बंगाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलना ऐतिहासिक : सुकांत मजूमदार

कोलकाता, 3 अक्टूबर . केंद्र सरकार ने बंगाली समेत पांच भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है. इसको लेकर भारत सरकार में केंद्रीय शिक्षा एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने खुशी जाहिर की और प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया.

दरअसल, गुरुवार को केंद्र की मोदी कैबिनेट ने पांच भाषाओं को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिया है. इस भाषाओं में बांग्ला, मराठी, पाली, प्राकृत और असमिया शामिल हैं.

केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि “केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बंगाली समेत कुल पांच भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. यह बंगाली संस्कृति और बंगाली भाषा के बारे में प्रधानमंत्री की उच्च सोच को दर्शाता है. मैं हर बंगाली और पश्चिम बंगाल के लोगों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पूरी कैबिनेट को धन्यवाद देता हूं.”

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मुझे बहुत खुशी है कि महान बंगाली भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है और वह भी पवित्र दुर्गा पूजा के दौरान, बंगाली साहित्य वर्षों से कई लोगों को प्रेरित कर रहा है. इस अवसर पर दुनिया भर के सभी बांग्ला भाषियों को बधाई.”

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पांच और भाषाओं को “शास्त्रीय” के रूप में मान्यता देने के फैसले को मंजूरी दी है. मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषा की श्रेणी में शामिल किया गया है. इससे पहले तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओडिया को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी जा चुकी है.

एससीएच/एबीएम