लखनऊ, 28 अगस्त . उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री अनिल राजभर ने बीजेपी द्वारा बुलाए गए बंगाल बंद पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ‘नबन्ना मार्च’ में शामिल छात्रों की गिरफ्तारी के बाद इस बंद का ऐलान किया गया है, जिसका हम स्वागत करते हैं. हम छात्रों के प्रदर्शन का भी स्वागत करते हैं, लेकिन जिस तरह से मौजूदा समय में पश्चिम बंगाल सरकार काम कर रही है, वो निंदनीय है.
उन्होंने कहा, “कल नबन्ना मार्च में शामिल छात्र सड़क पर उतरकर एक बेटी के लिए इंसाफ की मांग कर रहे थे, वो भी एक बेटी के लिए. वहां की सरकार ने इस घटना में शामिल आरोपियों को बचाने के लिए किस तरह का प्रयास किया, यह पूरा देश जानता है और इन तमाम बातों का संज्ञान लेते हुए वहां के छात्र सड़क पर उतरे. लेकिन जिस तरह से वहां की सरकार ने बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया, लाठीचार्ज करना, मुकदमे दर्ज करना, प्रदर्शनकारियों को जेल में डालना, इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अपनी पार्टी के वरिष्ठों का अभिनंदन करना चाहता हूं, जिन्होंने छात्रों के मार्च के समर्थन में और उनके विरुद्ध जो बर्बर कार्रवाई हुई, उसके विरोध में आज बंगाल बंद का आह्वान किया है. आज आप देखिए कि वहां के व्यापारियों और आम लोगों का बंद को समर्थन मिल रहा है. सुबह 9 बजे तक जिन बाजारों में चलने के लिए जगह तक नहीं होती थी, आज वो बंद हैं. ममता बनर्जी के कार्यकाल में बंगाल की स्थिति अराजक हो चुकी है. अभी वहां बीजेपी के एक नेता पर गोली चलाई गई. जनता का विश्वास और इकबाल वहां की सरकार ने पूरी तरह से खो दिया है. वहां पर जंगलराज कायम है. वहां की बहन बेटियां पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है. वहां के व्यापारी सुरक्षित नहीं हैं. आम जनता आखिर कहां गुहार लगाए. इससे साफ है कि पश्चिम बंगाल अब ममता बनर्जी के बस की बात नहीं है. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए, ताकि वहां के लोगों का विश्वास वहां की सरकार पर बढ़े.”
बता दें कि मंगलवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले के विरोध में छात्रों ने बंगाल बंद का आह्वान किया था. इसमें हजारों की संख्या में छात्र शामिल हुए. लेकिन पुलिस ने इस मार्च में शामिल कई छात्रों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल में डाल दिया. इसके विरोध में बीजेपी ने आज 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. जिसका बंगाल में असर देखने को मिल रहा है. इस बंगाल बंद का टीएमसी विरोध कर रही है. इसके परिणामस्वरूप बंगाल में स्थिति तनावपूर्ण है. बीजेपी के कई नेताओं को हिरासत में भी ले लिया गया है.
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