कोलकाता, 16 मार्च . लोक सभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से महज कुछ घंटे पहले शनिवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने चुनाव संबंधी हिंसा की पुनरावृत्ति के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी की है, जिसके लिए राज्य वर्षों से कुख्यात है.
राज्यपाल ने हिंसा के अलावा मतदान प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा अपनाई जाने वाली भ्रष्ट प्रथाओं के खिलाफ भी आगाह किया है.
उन्होंने यहाँ मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “मैं चाहता हूँ कि चुनावों में हिंसा और भ्रष्टाचार खत्म हो. ये मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताएँ हैं. इंसानों के खून से राजनीतिक ‘होली’ की परंपरा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ये चीजें अब राज्य में खत्म होनी चाहिए.”
राज्यपाल ने कहा, “मैं सुबह छह बजे सड़कों पर उतरूँगा. मैं लोगों के लिए उपलब्ध रहूँगा. पिछले साल पंचायत चुनावों में हुई मानव रक्त की राजनीतिक ‘होली’ की अब अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.”
राज्यपाल की टिप्पणियाँ चुनाव आयोग द्वारा की गई टिप्पणियों के अनुरूप हैं.
चुनाव आयोग की हालिया पश्चिम बंगाल यात्रा के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राज्य प्रशासनिक मशीनरी को किसी भी कीमत पर शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने का कड़ा संदेश दिया था.
उन्होंने राज्य के वरिष्ठ नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा, “किसी भी परिस्थिति में मतदान उत्सव के माहौल में आयोजित किया जाना चाहिए. उच्च प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों को अपने अधीनस्थों के सभी स्तरों तक संदेश फैलाने का निर्देश दिया गया है ताकि हिंसा मुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा सकें. यदि राज्य प्रशासन और पुलिस ऐसा करने में विफल रहे, हम उनसे ऐसा कराएँगे.”
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