बंगाल कोयला तस्करी मामला : मुख्य आरोपी अनूप माझी ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण

कोलकाता, 14 मई . पश्चिम बंगाल में कोयला तस्करी मामले के मुख्य आरोपियों में से एक अनूप माझी उर्फ लाला ने मंगलवार को आसनसोल में सीबीआई की एक विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया.

अनूप माझी को सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी के खिलाफ सुरक्षा मिली थी.

हालांकि, उसी समय आसनसोल की विशेष अदालत (जहां कोयला तस्करी मामले की सुनवाई हो रही है) ने सीबीआई को मामले में आरोप पत्र दाखिल करने का आदेश दिया.

सूत्रों ने कहा कि सीबीआई को 21 मई को आरोपपत्र दाखिल करना था. इसलिए सोमवार को चौथे चरण में आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के लिए चुनाव समाप्त होने के ठीक एक दिन बाद अनूप माझी ने विशेष अदालत में आत्मसमर्पण करने का फैसला किया.

सीबीआई पहले ही यह सवाल उठा चुकी है कि जब तक वे मामले में अनूप से पूछताछ नहीं कर लेंगे, तब तक वे अंतिम आरोप पत्र कैसे दाखिल कर पाएंगे.

विशेष अदालत के न्यायाधीश ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट से ‘गिरफ्तारी के खिलाफ संरक्षण’ है, लेकिन सीबीआई अधिकारियों पर उनसे पूछताछ करने पर कोई रोक नहीं है.

सूत्रों ने कहा कि ईडी भी कोयला तस्करी मामले के मनी लॉन्ड्रिंग पहलू पर समानांतर जांच कर रही है. ईडी अधिकारियों को इस मामले में अनूप को हिरासत में लेने पर रोक है. अब देखना यह है कि क्या ईडी के अधिकारी उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लेने का कदम उठाएंगे या नहीं.

कोयला तस्करी मामले की जांच 2020 में शुरू हुई. अब तक छह को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कोल इंडिया लिमिटेड की पूरी तरह से मालिकाना हक वाली सहायक कंपनी ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कुछ अधिकारी शामिल हैं. उनमें से कुछ अभी जमानत पर हैं.

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