कोलकाता, 19 जून . पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) सुवेंदु अधिकारी ने राजभवन के सामने शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन के लिए कोलकाता पुलिस की सशर्त अनुमति को अस्वीकार कर दिया है.
भाजपा ने लोकसभा चुनावों के बाद राज्य के विभिन्न इलाकों में हुई चुनाव बाद हिंसा के विरोध में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है.
विपक्ष के नेता (एलओपी) सुवेंदु अधिकारी के मुताबिक उन्होंने 13 जून को कोलकाता पुलिस आयुक्त के कार्यालय को उसी स्थान पर धरना-प्रदर्शन की अनुमति के लिए पहला ईमेल भेजा था, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को पिछले साल अक्टूबर में पांच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी गई थी.
अधिकारी ने कहा, ”आयुक्त कार्यालय से कोई जवाब नहीं मिलने पर मैंने 16 जून को इस संबंध में दोबारा एक रिमाइंडर भेजा. 18 जून को मुझे संयुक्त पुलिस आयुक्त से कुछ अस्पष्ट प्रशासनिक कारणों से स्थान में बदलाव के साथ धरना आयोजित करने का ‘सशर्त प्रस्ताव’ मिला.”
उन्होंने आयुक्त कार्यालय से मिले ‘सशर्त प्रस्ताव’ को मानने से इनकार करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है.
उन्होंने कहा, “हमारे देश में दो समूहों के लोगों के लिए दो अलग-अलग नियम नहीं हो सकते. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को पहले इसी स्थान पर धरना आयोजित करने की अनुमति दी गई है.”
अधिकारी ने कहा कि इस मामले में उचित कानूनी रुख अपनाया जाएगा.
नेता ने मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ता संजय बेरा (42) की हिरासत में मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग भी उठाई है.
विपक्ष के नेता ने कहा, ”पुलिस ने 4 जून को राजनीतिक झगड़े के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था. वहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. बाद में उन्हें मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. गत 11 जून को उन्हें न्यायिक हिरासत में वापस भेज दिया गया. उन्हें फिर से अस्पताल भेजा गया और मंगलवार को उनकी मौत हो गई. इस मामले में पुलिस का कहना है कि गिरने से उनके सिर में चोट लग गई थी.”
–
एमकेएस/एकेजे