धुले, 19 नवंबर . प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों को लिए वरदान साबित हो रही है. इससे न सिर्फ गरीबों को उनके सपनों की छत मिल पा रही है बल्कि, भारत सरकार की इस योजना से देश में गरीबी उन्मूलन में भी मदद मिल रही है.
1 अप्रैल 2016 को देश में गरीबों की संख्या और आबादी के हिसाब से फिर से तैयार की गई इस योजना से हर साल लाखों लोगों को पक्के आवास मुहैया कराए जा रहे हैं.
निम्न आय वाले और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से अपने पक्के घर का सपना साकार हो रहा है. आर्थिक रूप से पिछड़े नागरिकों के जीवनस्तर में सुधार हो रहा है और उन्हें अपना खुद का घर मिल पा रहा है, इसको पूरा करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकारें घर बनाने के लिए ऐसे लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही हैं. इस योजना का क्रियान्वयन स्थानीय स्वशासन संस्थाओं के माध्यम से किया जा रहा है.
महाराष्ट्र के धुले निवासी संगीता चौधरी भी प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी हैं. वह इस योजना से मिलने वाले पक्के मकान से पहले कच्चे खपरैल के मकान में रहती थीं. जिससे उन्हें और उनके परिवार को हमेशा सांप और अन्य कीड़े-मकोड़े के काटने का खतरा बना रहता था. साथ ही बरसात के दिनों में कच्चे मकान के गिरने का भी खतरा रहता था. पक्का आवास मिलने से वह बहुत खुश हैं.
उन्होंने को बताया, “मेरे घर का हाल पहले बहुत खराब था. मैं खपरैल के घर में दिन गुजारती थी. प्रधानमंत्री आवास योजना की वजह से हमें हमारे सपनों का आवास मिला. इसके लिए हम पीएम मोदी को दिल से धन्यवाद देते हैं. खपरैल के मकान में हमें बारिश के दिनों में बहुत तकलीफ होती थी. इस मामले में मोदी सरकार ने हम पर कृपा की. इसके लिए हम उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं. सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है. इस योजना के तहत जिन लोगों को मकान मिला है. वह लोग सब पीएम मोदी का धन्यवाद करेंगे.”
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पीएसएम/जीकेटी