सेहत के लिए फायदेमंद मीठा-मीठा चीकू, हड्डियों को बनाए मजबूत, तो दूर करे कमजोरी

नई दिल्ली, 20 अप्रैल . भूरे रंग की चिकनी परत वाला गोल फल, जो स्वाद में मीठा-मीठा होता है. जी हां, हम बात कर रहे हैं चीकू की. आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि औषधीय गुणों की खान चीकू स्वाद में तो लोगों को भाता है, इसमें स्वास्थ्य के लिए भी अनगिनत फायदे छिपे हुए हैं.

आयुर्वेदाचार्य और न्यूट्रिशनिस्ट चीकू को पोषक तत्वों से भरपूर बताते हैं. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ साइंस एंड रिसर्च में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, इसमें मौजूद विटामिन ए, बी, सी, ई, कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट के साथ फाइबर समेत कई पोषक तत्व हड्डियों और फेफड़ों से संबंधित समस्याओं को दूर करने के साथ ही पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक होते हैं. इतना ही नहीं, ये आंखों की रोशनी बनाए रखने में भी फायदेमंद होते हैं.

पंजाब स्थित ‘बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल’ के डॉ. प्रमोद आनंद तिवारी ने बताया, “चीकू सेहत के लिए फायदेमंद होता है. यह न केवल हृदय को हेल्दी रखता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है, जिससे वात, पेट में जलन, दर्द और कब्ज-दस्त में भी आराम मिलता है.”

वैद्य जी के अनुसार, चीकू गर्मी से उभर आए फोड़ों को सुखाने के साथ ही शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करता है. मीठे फल में सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं, जिससे सूजन में आराम मिलता है. चीकू में कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, जिसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं. यह शरीर की कमजोरी को भी दूर करता है. इसमें इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ रक्तचाप को भी नियंत्रित करने के गुण पाए जाते हैं.

इतने गुणों के बावजूद चीकू के सेवन में खास सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. वो भी उन लोगों को, जिन्हें मधुमेह यानी डायबिटीज की समस्या है. कुछ को किसी फल से एलर्जी भी होती है, ऐसे में बिना डॉक्टर के परामर्श के चीकू का सेवन नहीं करना चाहिए. इसमें लेटेक्स और टैनिन नाम के तत्व पाए जाते हैं, जिसकी वजह से मधुमेह के मरीजों को चीकू खाने से बचने की सलाह दी जाती है.

एमटी/केआर