पेइचिंग : “चीन का ऊर्जा परिवर्तन” श्वेत पत्र जारी

बीजिंग, 29 अगस्त . चीनी राज्य परिषद के सूचना कार्यालय ने 29 अगस्त को राजधानी पेइचिंग में “चीन के ऊर्जा परिवर्तन” पर एक श्वेत पत्र जारी किया.

प्रस्तावना और निष्कर्ष के अलावा, श्वेत पत्र को छह भागों में विभाजित किया गया है, अर्थात् नए युग में चीन का ऊर्जा परिवर्तन पथ, हरित ऊर्जा खपत के लिए ठोस आधार की स्थापना, नई ऊर्जा आपूर्ति प्रणाली के निर्माण में तेजी लाना, ऊर्जा क्षेत्र में नई गुणवत्ता वाली उत्पादकता शक्तियों का जोरदार विकास, ऊर्जा शासन के आधुनिकीकरण का संवर्धन और मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण में मदद करना.

श्वेत पत्र बताता है कि ऊर्जा परिवर्तन के विकास में तेजी लाने, ऊर्जा के सतत् उपयोग को साकार करने, लोगों की आजीविका और कल्याण में सुधार जारी रखने और विश्व अर्थव्यवस्था के लिए अटूट शक्ति प्रदान करने पर सभी देशों की सहमति बन गई है. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस (नवंबर 2012) के बाद से, चीन की ऊर्जा उच्च गुणवत्ता वाले विकास के एक नए चरण में प्रवेश कर चुकी है. साल 2014 में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ऊर्जा खपत क्रांति, ऊर्जा आपूर्ति क्रांति, ऊर्जा प्रौद्योगिकी क्रांति, ऊर्जा प्रणाली क्रांति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की सर्वांगीण मजबूती को बढ़ावा देने के लिए नई ऊर्जा सुरक्षा रणनीति पेश की, जो नए युग में ऊर्जा के विकास के लिए आगे का रास्ता बताता है और मौलिक मार्गदर्शन प्रदान करता है.

श्वेत पत्र के अनुसार, चीन का ऊर्जा परिवर्तन उच्च गुणवत्ता वाले विकास और स्वच्छ, कम कार्बन, सुरक्षित और कुशल नई ऊर्जा प्रणाली के निर्माण में तेजी लाने पर आधारित है, जो आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए एक मजबूत ऊर्जा गारंटी प्रदान करता है और बेहतर जीवन के लिए लोगों की बढ़ती जरूरतों को लगातार पूरा करता है. साथ ही, पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक किफायती, कुशल, हरित और समावेशी नए ऊर्जा खपत मॉडल के निर्माण में तेजी लाता है, सहयोगात्मक रूप से कार्बन कटौती, प्रदूषण में कमी, हरित विकास को बढ़ावा देता है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व की प्राप्ति को बढ़ावा देता है.

इसके अलावा, श्वेत पत्र में यह भी कहा गया कि चीन का ऊर्जा परिवर्तन मानव जाति के साझा भविष्य वाला समुदाय बनाने में सहायता करता है और हरित ऊर्जा पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को लगातार गहरा करता रहेगा. चीन सक्रिय रूप से वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन का प्रवर्तक बनेगा, और सभी देशों के साथ मिलकर सतत् ऊर्जा भविष्य का निर्माण करेगा.

श्वेत पत्र में चीन के ऊर्जा परिवर्तन की मध्यम और दीर्घकालिक विकास योजना भी बताई गई, जिसके अनुसार, साल 2035 तक, चीन मूल रूप से समाजवादी आधुनिकीकरण को साकार करेगा, देश में हरित ऊर्जा उत्पादन और उपभोग के तरीकों का व्यापक रूप से गठन किया जाएगा, गैर-जीवाश्म ऊर्जा मुख्य ऊर्जा स्रोत बनने की दिशा में तेजी लाएगा, नई बिजली प्रणाली ऊर्जा परिवर्तन के लिए मजबूत समर्थन प्रदान करेगी, और सुंदर चीन वाला लक्ष्य मूलतः हासिल कर लिया जाएगा.

श्वेत पत्र के अनुसार, इस सदी के मध्य तक, चीन पूरी तरह से एक आधुनिक और शक्तिशाली समाजवादी देश का निर्माण करेगा. देश में एक स्वच्छ, कम कार्बन, सुरक्षित और कुशल नई ऊर्जा प्रणाली का निर्माण पूरा किया जाएगा. ऊर्जा उपयोग दक्षता दुनिया के उन्नत स्तर पर पहुंच जाएगी, गैर-जीवाश्म ऊर्जा मुख्य ऊर्जा स्रोत बन जाएगी, जो साल 2060 तक कार्बन तटस्थता प्राप्त करने के लक्ष्य का समर्थन करती है.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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