पीएम मोदी से पहले सीएम योगी ने लिया महाकुंभ की तैयारियों का जायजा, कहा- ‘ऑल ओके’

महाकुंभनगर, 12 दिसंबर . महाकुंभ 2025 के लिए हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण करने शुक्रवार को प्रयागराज आ रहे पीएम मोदी के कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए गुरुवार को सीएम योगी प्रयागराज पहुंचे. उन्होंने महाकुंभनगर में चल रही तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया.

इस दौरान वह संगम नोज भी पहुंचे, जहां पीएम मोदी शुक्रवार को पूजन अर्चन करेंगे. उन्होंने यहां पीएम मोदी के भ्रमण की पूरी रूपरेखा को समझा और बिना बाधा कार्यक्रम संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश प्रदान किए. यही नहीं, सीएम योगी ने मेला क्षेत्र में अस्थायी अस्पताल, अक्षय वट, सरस्वती कूप, लेटे हनुमान मंदिर पहुंचकर वहां भी तैयारियों का जायजा लिया. लेटे हनुमान मंदिर में सीएम ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन व दर्शन भी किया. उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को पीएम मोदी प्रयागराज में उपस्थित रहेंगे और संगम नोज पर गंगा आरती व पूजन के साथ ही वह यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे.

सीएम योगी सबसे पहले सेक्टर वन परेड में बनाए गए 100 बेड के अस्थायी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे. महाकुंभ 2025 को देखते हुए चिकित्सा परिवार कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा इस अस्थायी अस्पताल का निर्माण किया गया है. मुख्यमंत्री ने यहां इमरजेंसी वार्ड, इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू), ओपीडी के साथ ही वेटिंग एरिया, मुख्य वार्ड, फीमेल वार्ड, चिल्ड्रेन वार्ड और ऑपरेशन थिएटर का गहन निरीक्षण किया. वहां मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं के विषय में जानकारी दी. आईसीयू में एआई कैमरों के इस्तेमाल के साथ ही हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम के बारे में उन्हें पूरे विस्तार से बताया गया. इसके साथ ही, अस्पताल में स्थापित लैबोरेट्री के विषय में भी बताया गया, जिस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की.

उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे. केंद्रीय अस्थायी अस्पताल के माध्यम से उन्हें हर संभव मदद मिलनी चाहिए. चिकित्सकों के साथ ही स्टाफ और दवाइयों की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. इसके अतिरिक्त उन्होंने अस्पताल में वेंटिलेशन के बेहतर इंतजाम किए जाने के भी निर्देश दिए. मालूम हो कि महाकुंभ के लिए बनाए गए इस अस्थायी अस्पताल में कुल 100 बेड हैं, जिसमें 10 बेड का आईसीयू भी सम्मिलित है. इसमें कुल 381 डॉक्टर्स को तैनात किया गया है, जिसमें फिजिशियन, सर्जन, गायनेकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिक्स समेत अन्य शामिल हैं. 10 बेड के आईसीयू को कैंट बोर्ड संचालित करेगा, जिसमें मेदांता के डॉक्टरों का भी सहयोग रहेगा.

अस्पताल से सीएम सीधा किला घाट पहुंचे जहां उन्होंने नवनिर्मित जेटी का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को घाट पर श्रद्धालुओं के स्नान व अन्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए. यहां से सीएम संगम नोज पहुंचे, जहां शुक्रवार को पीएम मोदी पूजन अर्चन करेंगे. उन्होंने यहां स्थलीय निरीक्षण किया. मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने उन्हें पीएम मोदी के क्रूज से भ्रमण को लेकर सभी तैयारियों के विषय में विस्तृत से जानकारी दी. सीएम ने सभी व्यवस्थाओं को देखा और सभी पैरामीटर का ध्यान रखते हुए आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए. वह काफी देर यहां रुके और गंगा की निर्मल धारा को निखारते रहे.

यहां से सीएम योगी ने प्रयाग किले के अंदर स्थित अक्षय वट कॉरिडोर का स्थलीय निरीक्षण किया. सीएम ई कार्ट से अक्षय वट कॉरिडोर पहुंचे. यहां स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों को उन्होंने देखा और अक्षय वट के विषय में जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने दर्शन कर पूर्जा अर्चना की. सीएम ने यहां चल रहे सौंदर्यीकरण खासकर श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप प्रतिमा को सराहा और फोटो शूट भी कराया. सप्तऋतियों की कलाकृतियों को देखकर भी वह भाव विभोर हो गए. यहां आर्मी के अधिकारियों ने उन्हें अक्षय वट की तस्वीर भी भेंट की.

सीएम योगी ने यहां से संगम तट पर स्थित बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर का रुख किया. प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीडीए) द्वारा यहां कॉरिडोर फेज-1 का कार्य किया जा रहा है. सीएम ने तैयारियों का जायजा लिया और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हनुमान जी की पूजा अर्चन कर आरती उतारी. यहां दर्शन पूजन कर उन्होंने समस्त नागरिकों की सुख समृद्धि की कामना की. इस दौरान उनके साथ मंदिर के महंत और श्रीमठ बाघंबरी के पीठाधीश्वर बलबीर गिरी महाराज भी मौजूद रहे. इस अवसर पर पीडीए वीसी ने उन्हें मंदिर कॉरिडोर का ले-आउट प्लान भी दिखाया. सीएम ने समस्त कार्यों में तेजी लाते हुए समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए. यहां से सीएम सरस्वती कूप के दर्शन करने पहुंचे. यहां उन्होंने प्रांगण में स्थित सरस्वती जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए.

सरस्वती कूप के दर्शन कर सीएम प्राधिकरण ऑफिस पहुंचे, जहां से सीएम ने सेक्टर 6 में एसटीपी सलोरी ड्रेन द्वारा जियो ट्यूब विधि से शोधन कार्य का निरीक्षण किया. जियो ट्यूब एक नई तकनीक है जिसके माध्यम से सीवर और नालों का पानी एसटीपी में भेजा जाता है. इन ट्यूब में ही 50 से 60 प्रतिशत बीओडी कम हो जाता है. शहर के जो 22 अनटैप्ड नाले थे, इसके माध्यम उनको ट्रीट करके नदी में छोड़ा जाएगा. इसका ट्रायल रन शुरू हो चुका है. एक जनवरी से यह पूरी क्षमता से कार्य करना शुरू कर दिया है. सीएम ने इसकी जानकारी लेने के बाद निर्देश दिए कि सीवर का पानी बिना ट्रीट किए हुए नदी में न छोड़ा जाए. मेले के दौरान एसटीपी पूरी क्षमता से कार्य करें, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.

सीएम योगी ने सेक्टर 20 में स्थित अखाड़ों का भी स्थलीय निरीक्षण किया. वह यहां सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन पहुंचे, जहां सीएम ने अखाड़े के प्रवेश द्वार पर मौजूद संतो के साथ कुछ देर बातचीत की. संतो ने सीएम का स्वागत किया. उदासीन बड़ा के बाद श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी और आनंद अखाड़े के शिविर में भी सीएम पहुंचे और वहां की व्यवस्थाएं देखीं. आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर शंकरानंद सरस्वती जी ने सीएम को अखाड़े के अंदर आमंत्रित किया. सीएम ने उन्हें अगली बार आने का आश्वासन दिया. सीएम अन्य अखाड़ों के बाहर तैयारियों और व्यवस्था का भौतिक निरीक्षण करने के बाद वहां से रवाना हो गए. यहां से त्रिवेणी मार्ग गंगा रिवर फ्रंट रोड झूंसी और छतनाग घाट का भी उन्होंने निरीक्षण किया. यहां उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.

एसके/एएस