छत्तीसगढ़ : ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के तहत ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण का आयोजन, बेटियां सीख रहीं हुनर

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 7 अगस्त . छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में बेरोजगार युवाओं और युवतियों के लिए रोजगार के सुनहरे अवसर सामने आए हैं. भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) की स्थापना टीकरकला, गौरेला के कंपोजिट बिल्डिंग छात्रावास भवन में किया गया है. इस प्रशिक्षण के माध्यम से बेरोजगार युवक-युवतियां पूरी तरह निशुल्क विभिन्न कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन रहे है.

इस पहल का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ की बेटियों कौशल-आधारित शिक्षा प्रदान करना है ताकि भविष्य में वे अपना ब्यूटी पार्लर शुरू कर सकें या किसी प्रतिष्ठित सैलून में काम कर सकें. इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे एक सम्मानजनक जीवन जी सकेंगी.

ब्यूटी पार्लर टीचर साहिना हुसैन ने कहा कि मैं ब्यूटी पार्लर की ट्रेनिंग देती हूं. इसके अंदर जो भी सिखाया जा सकता है, वो हम सिखाते हैं. यही काम अगर कोई बाहर सिखने जाता है तो उन्हें 50 हजार से लेकर एक लाख तक खर्च करना पड़ता है. सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है. यहां से काम सीखने के बाद प्रतिभागी खुद का काम शुरू कर सकते हैं. यह प्रशिक्षण 35 दिनों का है और आठ घंटे का क्लास होता है. 35 दिनों के अंदर हम कोर्स को पूरा कराते हैं.

वहीं ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण लेने वाली छात्रा देविका राठौर ने कहा कि आरएसईटीआई की योजना के तहत हम लोग काम सीख रहे हैं. इस प्रशिक्षण का लाभ यह है कि हमें ब्यूटी पार्लर से जुड़ी तमाम जानकारी मिल जा रही है. इस कोर्स ने मुझे आत्मविश्वास और ऐसे कौशल दिए हैं, जिनकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी. यहां सब कुछ प्रशिक्षण, भोजन और रहना मुफ्त में है.

ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण लेने वाली छात्रा श्रद्धा राठौर ने कहा कि हम यहां पर ब्यूटीशियन कोर्स करने आए हैं. 35 दिनों का हमारा यहां पर प्रशिक्षण चलेगा. पहले जब हमलोग घर में रहते थे तो इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती थी, लेकिन हम यहां पर अपने कौशल को निखार रहे हैं. यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद हम अपना खुद का काम शुरू कर सकते हैं.

भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की सदस्य संध्या कश्यप ने कहा कि यह स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान है, जो सरकार की ओर से निःशुल्क चलाया जा रहा है. यहां 18 साल से 45 साल के युवक और युवती को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उनका रहना, खाना फ्री है. यहां 11 कोर्स फ्री में बच्चे-बच्चियां कर सकते हैं. हमने बेसिक से लेकर एडवांस तक सभी टिप्स दिए हैं. प्रतिभागियों को स्वरोजगार की दिशा में काम सिखने का यह सुनहरा अवसर है. जो भी प्रतिभागी इसमें हिस्सा लेना चाहता है, वो ऑनलाइन या यहां पर आकर जानकारी ले सकता है.

मौजूदा समय में जिले में 11 अलग-अलग प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, जो युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए हैं. खास बात यह है कि प्रशिक्षण पूरा करने वाले अभ्यर्थी भारतीय स्टेट बैंक की योजनाओं के तहत आसानी से ऋण प्राप्त कर अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं.

एकेएस/जीकेटी