पद्मश्री पानेवाली पूर्णिमा महतो से कभी कोच ने पूछा था, कोमल हाथों से धनुष की डोरी कैसे खींचोगी?
जमशेदपुर, 23 अप्रैल . आठ-नौ साल की लड़की अपने घर के पास के मैदान में तीरंदाजी की प्रैक्टिस करते खिलाड़ियों को देखती तो उसकी भी इच्छा होती कि वह तीर से निशाना लगाए. उसने मां-पापा के सामने यह ख्वाहिश जाहिर की तो उन्होंने कहा कि पढ़ने-लिखने पर ध्यान लगाओ. लेकिन वह जिद ठान बैठी. आखिरकार … Read more