बिहार : पीएमएफएमई योजना से महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार की मिसाल बनीं बसंती

सहरसा, 20 अगस्‍त . बिहार के लोगों के लिए Prime Minister सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) वरदान साबित हो रही है. इस योजना का लाभ लेकर लाभार्थी आत्‍मनिर्भर होने के साथ आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं.

सहरसा नगर निगम के वार्ड-24 पटुआहा की बसंती कुमारी ने अपनी सास ललिता देवी से मिली परंपरागत सीख को आधुनिकता से जोड़कर ‘बरी व्यवसाय’ से नई पहचान बना ली है. सास-बहू की जोड़ी महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार की मिसाल बन चुकी है.

बसंती कुमारी ने बताया कि Prime Minister सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के तहत उन्हें 10 लाख रुपये की सहायता मिली है, जिससे व्यवसाय को और विस्तार दिया जा रहा है.

ललिता देवी ने वर्ष 1980 से लेकर 2023 तक घर पर ही उड़द, मटर और मूंग की बरी बनाकर बेची थी. अक्टूबर 2024 से बहू के साथ मिलकर उन्होंने इसे संगठित रूप दिया और अब 12 तरह की बरी बनाई जा रही है. इनमें मसूर बरी, उड़द बरी, मटर बरी, चना बरी, मूंग बरी, मिक्स दाल बरी, चना गरम मसाला मिक्स बरी, मसूर गरम मसाला मिक्स बरी, उड़द गरम मसाला मिक्स बरी, चुकंदर मिक्स बरी, अदरक मिक्स बरी और गाजर मिक्स बरी शामिल है.

इनके प्रोडक्ट सहरसा से लेकर दक्षिण India तक पहुंच रहे हैं. यही नहीं, बसंती और ललिता ने आसपास की 6 महिलाओं को रोजगार भी दिया है, जो दैनिक मजदूरी पर काम कर रही हैं. रोजाना लगभग 50 किलो सामग्री से 5 हजार रुपये का कारोबार होता है.

उद्यमी बसंती कुमारी ने कहा कि मेरी सास 1980 से बरी बनाने का काम कर रही हैं, उन्‍हीं से मुझे प्रेरणा मिली. परिवार के सदस्‍य एक साथ बैठे थे. इस दौरान इस बरी बनाने के काम को विस्‍तार देने पर चर्चा की गई. इसके बाद मशीन ली गई और उत्‍पाद बनने के बाद मार्केटिंग की गई.

उन्‍होंने बताया कि Prime Minister सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) का लाभ लेकर कारोबार का विस्‍तार किया. इस योजना के तहत उन्‍होंने 10 लाख रुपए का लोन लिया. वह अपने उत्‍पाद ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म एमजॉन, फ्लिपकार्ट और मीशो के माध्‍यम से भी बिक्री करती हैं.

एएसएच/जीकेटी