मुंबई, 22 मई . बारबेक्यू नेशन ने गुरुवार को चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए. जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी का घाटा बढ़कर 20.61 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 3.7 लाख रुपए था.
इससे पहले दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 5.05 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था.
कंपनी की ऑपरेशंस से आय चौथी तिमाही में 292.7 करोड़ रुपए रही है, जो कि तीसरी तिमाही में 328.89 करोड़ रुपए थी. इसमें तिमाही आधार पर 11.01 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है.
सालाना आधार पर कंपनी की ऑपरेशंस से आय करीब 2 प्रतिशत कम हुई है, जो कि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 299 करोड़ रुपए थी.
कंपनी के प्रबंधन ने आय में गिरावट के लिए मुख्य रूप से भारत के कारोबार में कमजोरी को जिम्मेदार ठहराया.
मार्च तिमाही में कुल आय 296.1 करोड़ रुपए रही, जो पिछली तिमाही के 334.4 करोड़ रुपए से 11.45 प्रतिशत कम है. कमजोर आय के बावजूद कंपनी का ईबीआईटीडीए 54 करोड़ रुपए पर स्थिर रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि के 55 करोड़ रुपए से मामूली कम है.
वहीं, ईबीआईटीडीए मार्जिन सालाना आधार पर 18.4 प्रतिशत पर लगभग स्थिर रहा, वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में यह 18.5 प्रतिशत था.
बारबेक्यू नेशन ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, उसने अपनी विस्तार योजना के तहत वित्त वर्ष 25 के दौरान 18 नए रेस्तरां जोड़े.
मार्च तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, प्रमोटरों के पास कंपनी की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी है. घरेलू म्यूचुअल फंड के पास 17 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि बड़े विदेशी निवेश मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के पास 4.05 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
जुबिलेंट फूडवर्क्स भी कंपनी के प्रमुख शेयरधारकों में शामिल है, जिसकी हिस्सेदारी 9 प्रतिशत से अधिक है.
नतीजों के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर बारबेक्यू नेशन का शेयर 12.15 रुपए या 3.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 317.95 रुपए पर बंद हुआ.
–
एबीएस/एबीएम