मुंबई, 20 मार्च . अकोला जिले में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर को लेकर भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने बड़ा दावा किया है. उनके मुताबिक बांग्लादेशी नागरिकों ने भारतीय जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है.
किरिट सोमैया ने बताया कि यह घोटाला अकोला जिले के अकोट, तेलहारा, बार्शीटाकली, रामदासपेठ, मुर्तिजापुर और पातुर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर से जुड़ा हुआ है. बांग्लादेशी नागरिकों ने भारतीय नागरिकता पाने के लिए नकली दस्तावेजों का सहारा लिया और भारतीय जन्म प्रमाणपत्र हासिल कर लिए, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया.
इस मामले में भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है, जिसमें धारा 3(5), 229, 236, 237, 318(4), 336(3) और 340(2) शामिल हैं.
मामले की जांच में अब तक 52 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. इन आरोपियों में कई बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं, जिनके नाम की सूची भी जारी की गई है.
इनमें आमना बी. शमशोद्दीन, अनामत खान अताउल्लाह खान, शहीद खान गुल खान, शहनाज बानो जे. अंसार अली, अब्दुल मुस्ताक अब्दुल रहीम, और अन्य कई लोग शामिल हैं. इन लोगों पर भारतीय जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए फर्जी दस्तावेज पेश करने का आरोप है.
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और जांच प्रक्रिया को तेज कर दिया है. जांचकर्ताओं का कहना है कि इस घोटाले में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनके नाम जल्द ही सामने आ सकते हैं. आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि ऐसे घोटालों पर काबू पाया जा सके और भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए अपनाए गए गलत तरीकों पर नकेल कसी जा सके.
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एसएचके/केआर