सिराजगंज (बांग्लादेश), 13 जून . बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में नोबेल पुरस्कार विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक आवास में हुई तोड़फोड़ की घटना ने सबको हैरान कर दिया है. यह संपत्ति बांग्लादेश सरकार के पुरातत्व विभाग के अधीन है. टैगोर के साहित्यिक और सांस्कृतिक योगदान का प्रतीक है. बांग्लादेश सरकार ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच शुरू कर दी है.
यह घटना कुछ दिन पहले तब सामने आई, जब संपत्ति के रखवाले और दो आगंतुकों के बीच विवाद हुआ. विवाद के बाद संपत्ति में तोड़फोड़ की खबरें आईं, जिसके चलते स्थानीय पुलिस में 10 जून को एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया.
जिला प्रशासन ने इस मामले की गहन जांच के लिए एक स्थानीय जांच बोर्ड भी गठित किया है. प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बांग्लादेश सरकार ने अपने बयान में कहा, “रवींद्रनाथ टैगोर हमारे लिए सिर्फ एक कवि नहीं, बल्कि हमारी भाषा, साहित्य और संस्कृति के प्रतीक हैं. उनके योगदान को बांग्लादेश की जनता और सरकार सर्वोच्च सम्मान देती है.”
सरकार ने यह भी दोहराया कि इस घटना को किसी भी तरह से राष्ट्रीय और सांस्कृतिक एकता को तोड़ने के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा. इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा है. लोगों ने इस घटना की निंदा की है और टैगोर की विरासत को संरक्षित करने की मांग की है.
टैगोर का पैतृक घर न केवल बांग्लादेश, बल्कि पूरी दुनिया में उनके प्रशंसकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है. सरकार ने भरोसा दिलाया है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए संपत्ति की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा और इस घटना में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़ी संपत्ति को कोई क्षति नहीं पहुंचे.
वहीं, बांग्लादेश सरकार ने लोगों से शांति और एकता बनाए रखने की अपील की है.
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एसएचके/केआर