नई दिल्ली, 4 नवंबर . घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 की हार से उबरने का इरादा रखने वाली टीम इंडिया का फोकस अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर होगा. इस मुकाबले को लेकर दोनों टीमें अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुटी हैं.
इस बीच, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर का मानना है कि सलामी बल्लेबाज कैमरून बैनक्रॉफ्ट की एक तकनीकी खामी उन्हें भारत के खिलाफ परेशानी में डाल सकती है.
वॉर्नर ने कहा कि कैमरून बैनक्रॉफ्ट का तेज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी करते समय फ्रंट फुट पर टिके रहना एक तकनीकी खामी है, जिसके कारण उन्हें भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण के सामने संघर्ष करना पड़ सकता है.
अब तक 10 टेस्ट मैच खेल चुके बैनक्रॉफ्ट शेफील्ड शील्ड के पिछले दो सत्रों में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे हैं. उन्हें 22 नवंबर से पर्थ में शुरू हो रही आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उस्मान ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए एक अच्छे विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. लेकिन 31 वर्षीय बैनक्रॉफ्ट ने भारत ए के खिलाफ चल रही शेफील्ड शील्ड और ऑस्ट्रेलिया ए सीरीज में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है.
वार्नर ने फॉक्स स्पोर्ट्स पर कहा, “मेरी नजर में उनका फ्रंट फुट पॉइंट की ओर मुड़ता है. जब हवा की गति तेज होती है, जब गेंदबाज तेजी से गेंद फेंक रहे होते हैं, तो वह गलती कर बैठते हैं और अपना विकेट गंवा देते हैं. या तो वह एलबीडब्ल्यू होते है या फिर स्लिप में कैच थमा देते हैं. ऐसे में उनको यहां थोड़ी समझदारी दिखानी होगी.”
यह पूछे जाने पर कि ख्वाजा के साथ बल्लेबाजी की शुरुआत किसे करनी चाहिए, वॉर्नर ने दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई कप्तान नाथन मैकस्वीनी का नाम लिया, जिन्होंने मैके में पहले चार दिवसीय मैच में भारत ए के खिलाफ सात विकेट की जीत में 39 और नाबाद 88 रन बनाए थे.
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एएमजे/एकेजे