झारखंड में घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए नुकीली बिट्स के इस्तेमाल पर रोक

रांची, 25 मार्च . झारखंड में घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए स्पाइक्स वाले बिट्स (नुकीली लगाम) के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. इस संबंध में झारखंड के पशुपालन निदेशक सह राज्य पशु कल्याण बोर्ड के सदस्य सचिव ने सभी जिलों के पशुपालन पदाधिकारियों को पत्र लिखकर स्पाइक्स वाले बिट्स (कंटीले लगाम) के उपयोग, बिक्री, निर्माण और व्यापार पर रोक के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

यह आदेश पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया की अपील पर जारी किया गया है. पेटा इंडिया ने अपनी अपील में केंद्र सरकार के अधीन पशु कल्याण बोर्ड के उस निर्देश का हवाला दिया था, जिसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इन दर्दनाक उपकरणों के व्यापार, निर्माण और इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए कदम उठाने को कहा गया है.

अक्सर घोड़ों के मुंह में नुकीली बिट लगाई जाती है, ताकि घोड़ा नियंत्रण में रहे. जब घोड़ा चल रहा होता है तो चालक उसे रोकने के लिए लगाम खींचता है, जो नुकीली होती है. स्पाइक्स वाले बिट्स घोड़ों के मुंह में गहराई तक धंस जाते हैं, जिससे उनके होंठ और जीभ कट जाते हैं और उन्हें अत्यधिक पीड़ा होती है.

“पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960” के तहत स्पाइक्स वाले किसी भी उपकरण के उपयोग को प्रतिबंधित किया गया है, फिर भी इनका इस्तेमाल शादी समारोहों, सवारी, गाड़ियों को खींचने और सामान ढोने वाले घोड़ों पर आमतौर पर किया जाता है.

पेटा इंडिया के एडवोकेसी एसोसिएट तुषार कोल ने झारखंड सरकार की ओर से जारी निर्देश का स्वागत करते हुए कहा, “यह कदम झारखंड में घोड़ों के प्रति क्रूरता को समाप्त करने में सहायक होगा. हम अन्य राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से भी अपील करते हैं कि वे घोड़ों की सुरक्षा के लिए स्पाइक्स वाले बिट्स को प्रतिबंधित करें.”

हाल में नागालैंड, मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, लद्दाख, राजस्थान और मेघालय की सरकारों ने भी पेटा इंडिया के अनुरोध पर इन खतरनाक उपकरणों के इस्तेमाल, निर्माण और व्यापार को रोकने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

पेटा के प्रवक्ता ने बताया कि हाल के महीनों में पुलिस के साथ मिलकर संस्था ने आगरा, चंडीगढ़, दिल्ली, जयपुर, महाराष्ट्र, मैसूर, अमृतसर, मोहाली और पंचकूला में स्पाइक्स वाले बिट्स का इस्तेमाल रोकने के लिए अभियान चलाया है. इस दौरान 1,000 से अधिक स्पाइक्स वाले बिट्स जब्त किए गए हैं.

एसएनसी/एबीएम