बलूच कार्यकर्ता मीर यार बलूच का दावा, उधार के सहारे चल रही पाक रॉकेट फोर्स

क्वेटा, 16 अगस्त . प्रमुख बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ता मीर यार बलूच ने Saturday को Pakistan की नई आर्मी रॉकेट फोर्स कमांड (एआरएफसी) की कड़ी आलोचना की. इसी के साथ उन्होंने एआरएफसी को उधार के पैसों से चलने वाला बताया.

मीर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “Pakistan के कठपुतली Prime Minister (शहबाज शरीफ) डर के मारे कांपते हुए 14 अगस्त को मिलिट्री जुंटा की ओर से तैयार की गई स्क्रिप्ट पढ़ रहे थे. स्क्रिप्ट पढ़ते समय वह बार-बार जनरलों की ओर देख रहे थे, जिनके चेहरे बता रहे थे कि Pakistan की नई कथित आर्मी रॉकेट फोर्स कमांड (एआरएफसी) सिर्फ एक दिखावा है.”

मानवाधिकार कार्यकर्ता का आरोप है कि Pakistan बलूचिस्तान की खनिज संपदा लूटकर अपने रक्षा कर्मियों को वेतन दे रहा है. यह लूट अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी. Pakistan का तथाकथित ‘एआरएफसी ड्रीम’ बलूचिस्तान के संसाधनों से संचालित होता है. प्रांत अब उस ऊर्जा आपूर्ति को बंद करने के लिए तैयार है.

मीर ने कहा, “हम अपने मित्र राष्ट्रों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि बलूचिस्तान इस क्षेत्र में एक समृद्ध देश के रूप में उभरने की राह पर है. अपने खनिज, तेल और गैस, समुद्र, जमीन और आकाश पर पूर्ण संप्रभुता रखते हुए, Pakistan की किसी भी शत्रुतापूर्ण साजिश से अपने वायुक्षेत्र की सुरक्षा करने के लिए तैयार है.”

मीर ने दावा किया है कि Pakistan के टैंक फिर से ईंधन की कमी से जूझ रहे हैं. उसकी मिसाइलें अपनी परिचालन क्षमता के अंत के करीब हैं. उसके विमानों को अब बलूचिस्तान के आसमान में उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

मीर के मुताबिक, बलूचिस्तान के बहादुर और देशभक्त लोग, लाखों दृढ़निश्चयी नागरिकों के साथ मिलकर तय कर चुके हैं कि अब क्षेत्र की शांति, समृद्धि और रक्षा की जिम्मेदारी खुद बलूचिस्तान के हाथों में होगी.

मानवाधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय का नैतिक, Political और कूटनीतिक कर्तव्य हर संभव तरीके से बलूचिस्तान की रक्षात्मक क्षमताओं को मजबूत करना है, ताकि Pakistanी सेना को फिर कभी इस क्षेत्र में अस्थिरता और अशांति फैलाने का मौका न मिले.

आरएसजी/डीकेपी