शंभू बॉर्डर, 14 दिसंबर . हरियाणा और पंजाब के बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. इसी बीच शनिवार को किसान नेता और पहलवान बजरंग पुनिया किसानों का समर्थन करने शंभू बॉर्डर पहुंचे. बजरंग पूनिया ने किसानों पर हो रहे अत्याचार की कड़ी निंदा की और सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया.
बजरंग पूनिया ने से बात करते हुए कहा कि किसानों की हालत बेहद ही नाजुक हो गई है, उन पर आंसू गैस के गोले और गोलियां दागी जा रही हैं. यह दो राज्यों की सीमा है, कोई भारत-पाकिस्तान बॉर्डर नहीं है. देश के किसानों के खिलाफ सरकार गलत व्यवहार कर रही है. यह सरकार के असली चेहरे को उजागर करता है, जहां एक तरफ किसानों के हितैषी होने का दावा किया जाता है, दूसरी तरफ ऐसी भाषा बोली जा रही है, जो इस आंदोलन के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि वह किसानों की कमेटी से बातचीत करेंगे और जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसमें पूरी तरह से किसानों के साथ खड़े होंगे. उन्होंने रामचन्द्र जांगड़ा के बयान पर कहा कि किसानों को उनके भ्रामक शब्दों से गुमराह नहीं होना चाहिए. उनका दिमागी संतुलन ठीक नहीं लगता है और भाजपा का असली चेहरा अब सामने आ चुका है. एक तरफ किसानों के हितैषी बता रहे है और दूसरी तरफ ऐसी भाषा बोल रहे हैं.
इससे पहले बजरंग पूनिया ने कहा था कि जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन पर शनिवार को 18 दिन हो गए हैं, लेकिन उसके बाद भी सरकार ने अभी तक कोई सुनवाई नहीं की. इस सोई हुई सरकार को जगाने के लिए पूरे देश को नम्रता के साथ एक होना होगा. अन्नदाता 13 महीने पहले और पिछले 10 महीने यानी कुल 23 महीनों से एमएसपी की मांग को लेकर धरने दे रहे हैं.
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पीएसके/एबीएम