इटावा, 10 जुलाई . उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचकों के साथ मारपीट और अभद्रता के बाद उभरे जातीय तनाव में प्रदर्शन और पथराव करने के मामले में गिरफ्तार किए गए 22 में से 19 आरोपियों को जमानत मिल गई. 13 दिन के बाद अदालत ने जमानत मंजूर की. इस मामले में दो आरोपी अभी भी जेल में हैं.
इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र स्थित दांदरपुर गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव व संत सिंह यादव के साथ न सिर्फ मारपीट की गई, बल्कि उनके बाल काट दिए गए और उन्हें अपमानित किया गया.
इसके साथ ही कथावाचकों से एक महिला के पैर पर नाक भी रगड़वाए गए थे, जिसका वीडियो social media पर वायरल हो गया.
वीडियो वायरल होने के बाद यादव महासभा और अहीर रेजिमेंट समेत कई समुदायों में भारी आक्रोश फैल गया. यादव महासभा ने घटना को जातीय द्वेष से प्रेरित बताते हुए बकेवर थाने का घेराव किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. लोगों की भीड़ ने थाना और नेशनल हाईवे के पास प्रदर्शन किया, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई.
प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच नोकझोंक के बाद मामला हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया, जिसमें एक सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए हवाई फायरिंग की.
इस घटना के बाद पुलिस ने 22 नामजद समेत 100 से अधिक अज्ञात के खिलाफ First Information Report दर्ज की थी, जिनमें 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इनकी गाड़ियां भी सीज कर दी और social media पर अफवाह फैलाने वालों पर भी अलग-अलग थानों में केस दर्ज किए. इस मामले में स्थानीय अदालत ने 19 आरोपियों की जमानत मंजूर की है.
आरोपियों की ओर से अधिवक्ता अभिनय यादव और रविंद्र सिंह ने अपर जिला सत्र न्यायाधीश (एडीजे-7) राखी चौहान की अदालत में अपनी दलीलें रखीं, जिसके बाद कोर्ट ने 19 आरोपियों को जमानत दे दी.
जमानत मिलने वाले आरोपियों में अर्पित, प्रशांत, हृदेश प्रताप सिंह दोहरे, अशोक बाबू, अनुज यादव, अभिषेक कुमार, सौरभ यादव, शिवम यादव, अंकित यादव, ऋषभ यादव और हिमांशु यादव समेत अन्य शामिल हैं. इस मामले में अब भी दो आरोपी जेल में हैं.
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डीकेपी/एबीएम