Mumbai , 7 नवंबर . Maharashtra के पूर्व मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में उनकी पत्नी शहजीन सिद्दीकी ने न्याय की गुहार लगाते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शहजीन सिद्दीकी ने अपने वकील त्रिवेंद्र कुमार करनानी के माध्यम से याचिका दायर कर मामले की जांच एक विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने की मांग की है. इस याचिका पर सुनवाई 11 नवंबर को होने की संभावना है.
बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर 2024 की रात Mumbai के बांद्रा (पूर्व) में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब लगभग एक साल बाद उनकी पत्नी ने आरोप लगाया है कि Police जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं की जा रही है और असली दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है.
याचिका में गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि Police ने जानबूझकर जांच को गलत दिशा में मोड़ दिया और केवल सतही कार्रवाई की.
शहजीन सिद्दीकी का दावा है कि उनके पति की हत्या के पीछे बिल्डर लॉबी और एक Political नेता की साजिश हो सकती है. उन्होंने कहा कि सिद्दीकी हमेशा झुग्गीवासियों और कमजोर तबके के पक्ष में आवाज उठाते थे, जिसके कारण कई डेवलपर्स और बिल्डरों को वे अपने रास्ते की बाधा लगते थे. इसके बावजूद Police ने इस पहलू पर कभी गहराई से जांच नहीं की.
याचिका में यह भी कहा गया है कि कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के राज्य की मौजूदा Government से संबंध हैं, इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए एक स्वतंत्र एजेंसी या एसआईटी की निगरानी जरूरी है. शहजीन सिद्दीकी ने यह भी कहा है कि Police ने बिना ठोस सबूत के हत्या की साजिश को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से जोड़ने की कोशिश की, ताकि असली साजिशकर्ताओं से ध्यान हटाया जा सके.
याचिका में आगे कहा गया है कि जुलाई 2024 में बाबा सिद्दीकी को पृथ्वीजीत चव्हाण नाम के व्यक्ति से धमकी भरा संदेश मिला था, जिसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा बहाल करने की मांग की थी. उसी दौरान उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने तत्कालीन Chief Minister एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर पिता को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने का अनुरोध किया था. इसके अलावा, अगस्त 2024 में मोहित कंबोज के सहयोगी अशोक मुंद्रा द्वारा बाबा सिद्दीकी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी का भी उल्लेख याचिका में किया गया है.
आपको बताते चलें, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में 26 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया है. इन सभी पर Maharashtra संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया गया है और वे वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं.
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पीएसके