अयोध्या : 25 नवंबर को राम मंदिर में आम भक्तों को नहीं मिलेगी एंट्री

अयोध्या, 19 नवंबर . अयोध्या के राम मंदिर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम की तैयारियां चल रही हैं. 25 नवंबर को भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इसमें कई विशेष मेहमान शामिल होने वाले हैं. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारियों की जानकारी दी और कहा कि ध्वज चढ़ाने का ट्रायल सफल रहा है. Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने इसे देख भी लिया है.

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि मंदिर क्षेत्र में सफाई अभियान चल रहा है. 7,500 लोगों को आमंत्रित किया गया है. 7,000 आमंत्रित लोग अयोध्या और पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं. अयोध्या के लगभग तीन हजार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के तीन हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है.

चंपत राय ने बताया कि 600 लोग मंदिर निर्माण में लगी संस्थाएं और कर्मचारी शामिल होंगे. बड़ी संख्या सुरक्षाकर्मियों की है. कार्यक्रम के लिए 19 ब्लॉक बनाए गए हैं. जिलों के अनुसार, रंग निर्धारित कर दिए गए हैं, जिससे लोगों को परेशानी न हो. पार्किंग की भी ठीक व्यवस्था की जा रही है. सात जगहों पर भोजनालय की व्यवस्था है. दस मिनट पैदल चलने के बाद भोजन मिल सकेगा. रात को भी रुकने की व्यवस्था की गई है.

उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर के बाहर लगभग 100 से अधिक होम स्टे और आश्रम किराए पर लिए गए हैं. हमने 1,800 कमरे किराए पर लिए हैं. अयोध्या जनपद के लोगों को छोड़कर अन्य जिलों से आए लोगों के रहने की व्यवस्था इन्हीं कमरों में की गई है. सभी से निवेदन किया गया है कि 24 नवंबर को ही आ जाएं.

कार्यक्रम में सुरक्षा के लिहाज से मोबाइल की अनुमति नहीं होगी. लाइसेंसी हथियार, पीएसओ, गनर को कार्यक्रम में प्रवेश नहीं मिलेगा. जिसके नाम पर निमंत्रण पत्र जारी हुआ है, उसे ही कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति मिलेगी. सभी को प्रवेश पत्र दिया जाएगा. प्रवेश पत्र के आधार पर ही कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे, निमंत्रण पत्र के आधार पर नहीं.

मंदिर के ट्रस्टी चंपत राय ने बताया कि प्रवेश पत्र पर एक कोड लिखा होगा, इसके साथ ही व्यक्ति का नाम और क्यूआर कोड लगा होगा. इसके बिना प्रवेश नहीं दिया जाएगा. कार्यक्रम के दौरान पानी और भोजन की भी व्यवस्था है. 25 नवंबर को जनता के लिए दर्शन बंद रहेगा. इस बार पूर्वी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले राम भक्तों को अधिक बुलाया गया है.

एएमटी/एबीएम