बालोद, 28 जून . छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गांव भंवरमरा में ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना’ के तहत शनिवार को ग्रामवासियों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया. कार्यक्रम में स्थानीय सांसद भोजराज नाग भी उपस्थित रहे. सांसद ने बिरसा मुंडा के नाम पर चल रहे इस अभियान को आदिवासी समाज की आवाज और स्वाभिमान की पहचान बताया.
सांसद भोजराज नाग ने बताया कि आज ग्राम भंवरमरा में धरती आबा उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत एक क्लस्टर में शिविर का आयोजन किया गया था. इस योजना से जनजाति, आदिवासी समाज के लोगों को सरकार की 26 योजनाओं का लाभ हमारे अधिकारी और कर्मचारी देंगे. अधिकारी सर्वे कर सभी ग्रामवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ देंगे.
बालोद की जिलाधिकारी दिव्या उमेश मिश्रा ने बताया कि धरती आबा जन जातीय ग्राम उत्कर्ष योजना केंद्र सरकार की योजना है. इसके तहत बालोद जिले में 186 गांव चयनित किए गए हैं. इन गांवों में जागरूकता शिविर लगाया जाना है, जिसके माध्यम से ग्रामवासियों को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. हम 22 कैंप लगा चुके हैं. इन कैंपों में लगभग 65,000 के करीब लोगों ने भाग लिया है. अब तक क्लस्टर के रूप में हम इसका आयोजन कर रहे थे. 30 जून के बाद नए निर्देशों के आधार पर हम अब इस कार्यक्रम को और गंभीरता और सजगता से चलाएंगे और एक-एक ग्रामवासी तक पहुंचेंगे. 15 जुलाई तक यह कार्यक्रम चलेगा. हम ग्रामवासी के लिए यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सरकार की हर योजना का लाभ मिले.
भंवरमरा गांव की सरपंच निर्मला ठाकुर ने कहा कि यह जन जागरूकता कार्यक्रम है. गरीबी दूर करने के उद्देश्य से चलाई जा रही सरकारी योजनाओं के बारे में ग्रामवासियों को धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना के माध्यम से न सिर्फ जागरूक किया जाता है. बल्कि, उन्हें योजनाओं का लाभ भी अधिकारी देते हैं.
धरती आबा अभियान के तहत आयोजित शिविर में ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड, किसान सम्मान निधि, श्रम कार्ड, वनाधिकार पट्टा, किसान क्रेडिट कार्ड, स्वास्थ्य सेवाएं सहित कई योजनाओं का लाभ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराया गया. सांसद भोजराज ने मौके पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म निभाई और किसानों के बीच बीज वितरण किया.
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पीएके/जीकेटी