ढाका, 23 अगस्त . बांग्लादेश की अवामी लीग ने अंतरिम सरकार पर मीडिया घरानों को धमकाने का आरोप लगाया है. अवामी लीग का कहना है कि सरकार ने मीडिया को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का कोई भी बयान छापा या प्रसारित किया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, Friday को जारी एक बयान में, अंतरिम सरकार ने नरसंहार और मानवता के विरुद्ध अपराधों के लिए हसीना की सजा को देखते हुए, टेलीविजन चैनलों, समाचार प्लेटफार्मों या ऑनलाइन मीडिया पर उनके बयानों को प्रसारित या प्रचारित करना कानून का उल्लंघन बताया.
अवामी लीग ने एक बयान में कहा, “यूनुस और उनके साथियों ने देश के मीडिया को अनैतिक रूप से धमकी दी है कि अगर उन्होंने अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना का भाषण प्रसारित किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.”
पार्टी ने यूनुस और अंतरिम सरकार की अन्याय, अराजकता और जवाबदेही की कमी के जरिए भीड़तंत्र और फासीवाद स्थापित करने के लिए आलोचना की और कहा कि यह बांग्लादेश को खतरनाक रूप से विभाजन की ओर धकेल रहा है.
इसमें कहा गया, “यह संकट आने वाली पीढ़ियों के लिए बांग्लादेश के लोगों पर बोझ होगा.”
अवामी लीग ने चिंता जताते हुए कहा कि हसीना के भाषण के प्रसारण के खिलाफ धमकी देने के लिए बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायाधिकरण (आईसीटी) को बहाना बनाना अपने आप में पूरी तरह से अवैध है.
आईसीटी को अवैध बताते हुए, पार्टी ने आगे कहा कि केवल एक कब्जा करने वाली सरकार ही ऐसे न्यायाधिकरण के फैसलों का अवैध और दुर्भावनापूर्ण तरीके से इस्तेमाल कर सकती है. पार्टी ने कहा कि यह कदम साबित करता है कि यूनुस शासन मीडिया का गला घोंटने के लिए सरकारी मशीनरी का हर संभव तरीके से इस्तेमाल कर रहा है.
पार्टी ने कहा, “हत्यारे-फासीवादी यूनुस और उनके साथी सिजोफ्रेनिया से ग्रस्त हैं. उन्होंने अपनी तर्क और विवेक की क्षमता खो दी है और आज के बांग्लादेश में जंगल राज लागू कर दिया है. वे जनता की राय की बिल्कुल भी परवाह न करते हुए, बलपूर्वक सब कुछ करना चाहते हैं.”
पार्टी ने आरोप लगाया कि घरेलू और विदेशी साजिशों के जरिए, यूनुस शासन बांग्लादेश के सरकारी तंत्र का इस्तेमाल करके हसीना को झूठा अपराधी साबित करने की कोशिश कर रहा है.
अवामी लीग ने कहा कि हसीना बांग्लादेश की विशाल आबादी की वैचारिक नेता और देश की राजनीति की एक केंद्रीय हस्ती हैं, कोई भी साजिश या शरारत इस स्थायी राजनीतिक शक्ति को मिटा नहीं सकती.
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डीकेएम/एएस