विमानन मंत्रालय ने एयरलाइनों से किराये में स्थिरता बनाए रखने को कहा

नई दिल्ली, 28 जून . दिल्ली एयरपोर्ट की छत गिरने की घटना के कुछ घंटों बाद, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने शुक्रवार को प्रमुख अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में मौजूदा स्थिति से निपटने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर चर्चा की गई.

शुक्रवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर टर्मिनल 1 की छत का एक हिस्सा गिरने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइनों को एक सलाह जारी किया. इसमें दिल्ली से आने-जाने वाली उड़ानों पर कोई “असामान्य अतिरिक्त अधिभार” न लगाने की सलाह दी गई.

मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “टर्मिनल टी1डी आईजीआईए, दिल्ली में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मद्देनजर, सभी एयरलाइनों को सलाह दी जाती है कि वे दिल्ली से आने-जाने वाली उड़ानों पर किराए में किसी भी असामान्य वृद्धि पर नज़र रखें और इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें. इसके अलावा, घटना के कारण उड़ानों को रद्द करने और पुनर्निर्धारित करने पर दंडात्मक शुल्क नहीं लगाया जा सकता है.”

बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की निगरानी में 24/7 एक वॉर रूम स्थापित करने का फैसला किया गया. वॉर रूम का उद्देश्य रद्द की गई उड़ानों के लिए पूर्ण रिफंड में तेजी लाना और इस प्रक्रिया को सात दिनों के भीतर पूरा करना है.

इसके अलावा, मंत्रालय ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सभी छोटे और बड़े हवाई अड्डों को एक निर्देश जारी करने को कहा गया. इसमें हवाई अड्डों की इमारतों व अन्य निर्माणों का व्यापक निरीक्षण करने को कहा गया. आईआईटी दिल्ली के इंजीनियरों को भी दिल्ली टी 1 पर हुई घटना का तुरंत आकलन करने के लिए कहा गया है. प्रारंभिक निष्कर्षों के आधार पर आगे की जांच का फैसला किया जाएगा. इसी तरह, एएआई जबलपुर की घटना की जांच करेगा.

इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 से उड़ान भरने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी थी. शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे छत और उसके सहायक खंभों का एक हिस्सा ढह गया. इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए. इस घटना ने दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में शुमार दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ानों का संचालन बुरी तरह बाधित कर दिया.

घटना के तुरंत बाद नायडू हवाई अड्डे पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया. वहां मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा, “हम सभी हवाई अड्डों की गहन जांच कर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे और देखेंगे कि इनके कुशल संचालन के लिए और कौन से कदम उठाए जा सकते हैं.”

घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद मंत्री ने कहा, “हमने दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड को अपनी ओर से सत्यापन और निरीक्षण करने के लिए कहा है. लेकिन हम इसे उनके ऊपर नहीं छोड़ रहे हैं. मंत्रालय की ओर से हमारे पास डीजीसीए है, जो सुरक्षा पहलू को देखता है. डीजीसीए निरीक्षण की निगरानी करेगा और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा.”

/