अंबाला, 24 मार्च . हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने सोमवार को औरंगजेब के महिमामंडन करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग औरंगजेब का महिमामंडन करने में लगे हुए हैं, जबकि इतिहास में उसने भारतीय संस्कृति और आस्था के प्रतीकों को नष्ट करने का काम किया था.
अनिल विज ने कहा, “औरंगजेब हमारे लिए विश्वास का केंद्र नहीं हो सकता. जिसे भी उसका महिमामंडन करना है, उसे पहले औरंगजेब से प्रेरित होकर अपने घर के बाप को कैदखाने में डालकर आना होगा और अपने भाई का कत्ल करके आना होगा. फिर वो औरंगजेब का महिमामंडन कर सकता है.”
उन्होंने यह भी कहा कि देशभक्तों की जुबान पर औरंगजेब का नाम नहीं आना चाहिए.
वहीं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बयान दिया कि भारत में अग्रेजों से भी ज्यादा तानाशाही राज चल रहा है, जिस पर अनिल विज ने तंज कसते हुए कहा, “चुराए हुए, पिटे हुए मोहरे ऐसे ही खयालात रखते हैं. उन्हें ठुकराया गया है, उनकी पतंग काटी गई है, अब वह नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे इस स्वर्णिम युग को दोषी ठहरा रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है.”
केजरीवाल के शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब आंबेडकर के सपनों को साकार करने के बयान पर अनिल विज ने कहा, “केवल तस्वीरें लगा देने से आदर्श व्यवहारिक नहीं होते. आदर्श तो पार्टी के और नेताओं के व्यवहार में झलकते हैं.”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा द्वारा बीजेपी सरकार की 24 फसलों पर एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) देने के वादे को झूठा बताए जाने पर अनिल विज ने कहा, “हमारी सरकार की घोषणा है कि 24 फसलों पर एमएसपी दिया जाएगा. अगर हुड्डा की कोई फसल है, तो वो बताएं, उस पर भी काम किया जाएगा.”
एक तरफ जहां हरियाणा सरकार नशे पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाए हुए है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के सांसद धर्मवीर का बड़ा बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि देशी शराब बनाने से किसानों की आय बढ़ेगी. इसको लेकर अनिल विज ने कहा, “मैं इस बयान से सहमत नहीं हूं. यह उनका व्यक्तिगत विचार है.”
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एकेएस/