ट्रंप पर हमला अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की विफलता : डॉ. धनंजय त्रिपाठी

वाशिंगटन, 14 जुलाई . पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले को विदेशी मामलों के जानकार डॉ. धनंजय त्रिपाठी ने
अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की विफलता बताया है. उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति पर कातिलाना हमला चिंताजनक है.

से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमलावरों द्वारा इस तरह से हमले का प्रयास करना, अमेरिका से खुफिया एजेंसियों की ढील को दर्शाता है. अमेरिका दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश माना जाता है. यह बड़ी सुरक्षा भूल मानी जाएगी क्योंकि ट्रंप कोई आम इंसान नहीं है

डॉ. धनंजय त्रिपाठी ने आगे कहा, हालांकि अमेरिका के गन कल्चर काफी प्रभावी रहा है. पूर्व राष्ट्रपति के ऊपर कातिलाना हमला चिंताजनक है. यह घटना अमेरिकी सरकार के विफलता में ही गिना जाएगा.

इसके साथ ही डॉ त्रिपाठी ने कहा कि वहां जो भी हुआ वो बेहद दुखद है. इस तरह के हिंसा का डेमोक्रेसी के भीतर कोई स्थान नहीं है. इस तरह का हमला अमेरिकी सरकार पर कई सारे प्रश्न खड़ा कर रहा है. यह घटना वहां के चुनावी माहौल को और अधिक गरम कर देगी. वहां का चुनाव इस बार काफी प्रतिस्पर्धी होने वाला है.

उन्होंने कहा, “ट्रंप काफी जोर शोर से चुनावी प्रचार कर रहे हैं. हमले के बाद उन्हें सहानुभूति मिलने की संभावना बढ़ गई है. अगर हमले को छुपाने और दबाने की कोशिश की जाएगी तो यह अमेरिकी लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं रहेगा. ये घटना निंदनीय है. जो लोग हिंसा के खिलाफ हैं, उसे इस घटना का विरोध करना चाहिए.”

बता दें कि शनिवार (13 अप्रैल) को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक चुनावी रैली में जानलेवा हमला हुआ. ट्रंप पर गोली चलाई गई, जिसमें वो घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. रिपब्लिकन पार्टी औपचारिक रूप से उन्हें व्हाइट हाउस के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करने के लिए सम्मेलन शुरू करने वाली थी, उससे ठीक एक दिन पहले उन पर हत्या का प्रयास किया गया.

इस दुखद घटना पर दुनिया के तमाम राष्ट्राध्यक्षों ने दुख और हैरानी जताई. भारत के प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर मित्र ट्रंप के घायल पर होने पर फिक्र जाहिर करते हुए कहा, मेरे मित्र, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हुए हमले से मैं बहुत चिंतित हूँ. इस घटना की कड़ी निंदा करता हूँ.वहीं, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इसकी घोर निंदा की.

आरके/केआर