पाकिस्तान: अफगान सीमा के पास सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला, 11 सैनिकों की मौत

New Delhi, 8 अक्टूबर . Wednesday को अफगान सीमा के पास एक Pakistanी सैन्य काफिले पर घात लगाकर किए गए हमले में नौ जवान और दो अधिकारी मारे गए. Pakistanी तालिबान ने इसकी जिम्मेदारी ली है.

Pakistan: अफगान सीमा के पास सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला, कर्नल और मेजर समेत 11 सैनिकों की मौत

स्थानीय मीडिया संस्थानों ने इसकी जानकारी दी है. Pakistan सशस्त्र बल के प्रवक्ता (डीजी आईएसपीआर) ने पुष्टि की है कि खैबर पख्तूनख्वा के ओरकजई जिले में Pakistanी तालिबान के हमले में लेफ्टिनेंट कर्नल और मेजर रैंक के दो अधिकारियों सहित 11 सैनिक शहीद हो गए. कई आतंकवादियों के भी मारे जाने की खबर है. लेफ्टिनेंट कर्नल जुनैद आरिफ (39), जो ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे थे, और मेजर तय्यब रहत (33) अपने नौ साथियों के साथ मारे गए.

उत्तर-पश्चिमी कुर्रम जिले में पहले सड़क किनारे बम धमाके किए गए, इसके बाद गोलीबारी शुरू कर दी गई. Pakistanी सेना ने एक बयान में कहा कि इस अभियान के दौरान आतंकियों को भी मार गिराया गया, जो पास के ओरकजाई जिले में छिपे थे.

रॉयटर्स ने बताया है कि इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान-Pakistan (टीटीपी) ने ली है. संगठन ने दावा किया कि उसके लड़ाकों ने काफिले पर हमला किया था. पिछले कुछ महीनों से टीटीपी ने Pakistan में सुरक्षा बलों पर हमले तेज कर दिए हैं. यह संगठन Pakistan Government को गिराकर अपने सख्त इस्लामी शासन की स्थापना करना चाहता है. वहीं, Pakistan का कहना है कि ये आतंकी अफगानिस्तान में प्रशिक्षण लेकर Pakistan पर हमले करते हैं, हालांकि काबुल इस बात से बार-बार इनकार करता है.

बता दें, Pakistanी वायुसेना ने 21 सितंबर की रात खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की तिराह घाटी स्थित एक गांव पर 8 लेजर-गाइडेड बम गिराए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हवाई हमले में महिलाओं और बच्चों समेत कुल 30 लोग मारे गए थे, हालांकि आधिकारिक आंकड़ा 24 बताया गया. Pakistanी सेना ने दावा किया था कि उनके हमले का लक्ष्य तहरीक-ए-तालिबान Pakistan (टीटीपी) का बम बनाने वाला अड्डा था. आरोप था कि ये लोग बम बनाकर पास की मस्जिद में छुपाकर रखते हैं.

केआर/