पटना, 20 मई . संभावित आतंकवादी खतरों के खिलाफ तैयारियों का प्रदर्शन करते हुए बिहार के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को पटना के पीएंडएम मॉल में मॉक ड्रिल की.
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य अधिक भीड़-भाड़ वाले स्थान पर आतंकवादी हमले की स्थिति में प्रतिक्रिया रणनीतियों का मूल्यांकन करना था.
एटीएस कमांडो की एक टुकड़ी ने अत्याधुनिक हथियारों के साथ दोपहर 1 बजे के आसपास मॉल के अंदर वास्तविक आतंकवादी हमले की परिस्थितियों का अभ्यास किया.
चार हथियारबंद आतंकवादी मॉल में घुसकर नागरिकों को बंधक बनाते हैं और विस्फोट की योजना बनाते हैं. इसके बाद, एटीएस जवानों ने तुरंत कार्रवाई शुरू की, जिसमें मॉल के सभी फ्लोर्स को खाली करना, आतंकवादियों और ग्रेनेड हमलों को निष्क्रिय करना और बंधकों को सुरक्षित बचाना शामिल रहा.
मॉक ड्रिल के दौरान डॉग स्क्वॉड को भी तैनात किया गया. प्रशिक्षित स्निफर कुत्तों का उपयोग नकली आतंकवादियों की पहचान करने और उन पर हमला करने के लिए अभ्यास के हिस्से के रूप में किया गया.
यह प्रशिक्षण शहर भर में संवेदनशील और सार्वजनिक स्थानों पर तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ी पहल का हिस्सा था. मॉल के अंदर मौजूद दर्शकों ने पूरे अभ्यास को देखा.
यह मॉक ड्रिल हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा-व्यवस्था की तैयारियों के मद्देनजर की गई, जहां आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी.
इस घटना से देश भर में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में इसका मुंहतोड़ जवाब दिया.
इस हमले के बाद देश भर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और बिहार पुलिस ने भी एहतियाती कदम बढ़ा दिए हैं.
कुछ दिन पहले ही, पटना जंक्शन के पास महावीर मंदिर में भी इसी तरह का मॉक ड्रिल किया गया था. इन दोनों मॉक ड्रिल का उद्देश्य संकट की स्थिति में एटीएस की प्रतिक्रिया समय, समन्वय और प्रभावशीलता का आकलन करना है.
अधिकारियों ने बताया कि किसी भी वास्तविक खतरे की स्थिति में त्वरित, समन्वित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए पटना के अन्य प्रमुख स्थानों पर भी इस तरह के अभ्यास जारी रहेंगे.
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पीएसके/एकेजे