नई दिल्ली, 1 जनवरी . एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने बुधवार को उद्योग जगत के दिग्गज मनीष सिंघल को महासचिव पद पर नियुक्त किया.
चैंबर ने एक बयान में कहा कि सिंघल दीपक सूद की जगह लेंगे. दीपक सूद ने पिछले पांच वर्षों से चैंबर का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया और अब उनके इस पद को सिंघल संभालेंगे.
सिंघल इससे पहले फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के उप महासचिव के रूप में काम कर चुके हैं.
उन्होंने टाटा मोटर्स, आयशर (वोल्वो), टाटा ऑटो कॉम्प सिस्टम्स, मोजर बेयर इंडिया और बीईएमएल सहित कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ भी काम किया है.
एसोचैम के अध्यक्ष संजय नायर ने कहा, “हम चैंबर के पुनर्निर्माण में दीपक सूद के अपार योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं. सूद के नेतृत्व में चैंबर की अब एक मजबूत बैलेंस शीट है.”
नायर ने सिंघल का स्वागत किया. चैंबर के अध्यक्ष ने कहा, “पॉलिसी एडवोकेसी और इंटरनेशनल बिजनेस में सिंघल का एक प्रमाणित ट्रैक रिकॉर्ड है, जो चैंबर को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करेगा.”
एसोचैम 1920 से भारत का सबसे पुराना शीर्ष चैंबर है. चैंबर 4,50,000 से ज्यादा सदस्यों के अपने नेटवर्क के साथ भारतीय इकोनॉमी इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए कार्रवाई योग्य पॉलिसी एडवोकेसी लाता है. इसमें बड़े कॉरपोरेट और एमएसएमई शामिल हैं.
इस बीच, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बजट पूर्व बैठक में, चैंबर ने एमएसएमई और डेटा सेंटर, डेटा होस्टिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे न्यू एज बिजनेस के लिए लिए अनुमानित कराधान के दायरे को बढ़ाने सहित निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपायों की मांग की है.
नायर के अनुसार, इससे पूर्व-निर्धारित आधार पर आय की गणना कर अनुपालन को सरल बनाने में मदद मिलेगी, जिससे कर विवाद और मुकदमेबाजी की आशंका कम होगी.
नायर ने स्किल डेवलपमेंट और एंटरप्रेन्योरशिप ट्रेनिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ एमएसएमई विश्वविद्यालयों की स्थापना की जरूरत पर भी जोर दिया.
उन्होंने देश भर में एमएसएमई के लिए इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर टाउनशिप (पुराने इंडस्ट्रियल एस्टेट डेवलपमेंट प्रोग्राम का रिवाइज्ड वर्जन) विकसित करने की भी बात कही.
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एसकेटी/केआर