गुवाहाटी, 15 मार्च . लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से एक दिन पहले, कांग्रेस को असम में एक और झटका तब लगा जब बारपेटा से सांसद अब्दुल खालिक ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.
खालिक ने पद छोड़ने के फैसले के लिए राज्य कांग्रेस नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया. पार्टी ने उनकी जगह दीप बायन को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे दो पेज के लेटर में खालिक ने लिखा, ”नेतृत्व की इच्छा के मुताबिक मैंने अलग-अलग पदों पर पार्टी संगठन की सेवा की. नेतृत्व ने असम के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी मुझ पर भरोसा किया. सौंपे गए कर्तव्यों को मैंने पूरी जिम्मेदारी और गंभीरता से निभाया.”
खालिक दो बार कांग्रेस के विधायक भी रह चुके हैं. उन्होंने लिखा, “मुझे दो बार विधान सभा सदस्य के रूप में और एक बार लोक सभा सदस्य के रूप में लोगों की सेवा करने का अवसर मिला. कांग्रेस की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात है. मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों, पार्टी और कार्यकर्ताओं के प्रति असीम आभार और प्यार रखता हूं.”
बारपेटा सांसद ने असम में पार्टी की संभावना को खत्म करने के लिए राज्य कांग्रेस नेतृत्व को भी दोषी ठहराया.
खालिक ने कहा, “असम में पार्टी ने एक अजीब रास्ता अपनाया है, जन-केंद्रित मुद्दे पीछे रह गए हैं. लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों में स्वतंत्रता, स्वाभिमान और एकता की गहरी भावना होनी चाहिए. लेकिन दुर्भाग्य से, मुझे लगता है कि राज्य इकाई प्रमुख (भूपेन बोरा) और असम के प्रभारी एआईसीसी महासचिव (जितेंद्र सिंह) के रवैये और दृष्टिकोण ने असम में पार्टी की संभावनाओं को खत्म कर दिया है.”
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