असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से की मुलाकात

नई दिल्ली, 11 फरवरी . असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से मुलाकात की और सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा की.

आगामी एडवांटेज असम 2.0 शिखर सम्मेलन से पहले विभिन्न हितधारकों के साथ चर्चा में शामिल होने के लिए बिस्वा सरमा सोमवार को सिंगापुर पहुंचे. इस दौरान चांगी हवाई अड्डे पर सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त डॉ. शिल्पक अंबुले ने उनका स्वागत किया.

दिन के अपने औपचारिक कार्यक्रमों की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने भारत-सिंगापुर व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने में असम की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करने के लिए सिंगापुर गणराज्य के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से मुलाकात की. साथ ही मुख्यमंत्री ने आगामी एडवांटेज असम 2.0 शिखर सम्मेलन के लिए सिंगापुर की साझेदारी को स्वीकार किया.

मुख्यमंत्री सरमा ने सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से भी मुलाकात की और भारत की एक्ट ईस्ट नीति को आगे बढ़ाने के लिए असम और सिंगापुर के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए आपसी सहयोग के क्षेत्रों का पता लगाने का आह्वान किया .

मुख्यमंत्री सरमा ने 8 सेमीकंडक्टर कंपनियों के नेताओं के साथ बैठक की, जिनमें एएसएमपीटी, एईएम, बेसी, टेमासेक, सिलिकॉन बॉक्स, निट्टो डेंको कॉर्प, हेलर इंडस्ट्रीज और मीनहार्ट ग्रुप शामिल हैं.

सीएम सरमा ने इन बिजनेस लीडर को जगीरोड में असम के इलेक्ट्रॉनिक सिटी में अवसरों का पता लगाने और सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया, जो भारत सिंगापुर संबंधों का एक मजबूत हिस्सा है.

मुख्यमंत्री सरमा ने असम में चल रही परियोजनाओं पर चर्चा करने के लिए सुरबाना जुरोंग में टाउनशिप वर्टिकल के सीईओ लो चेर एक के साथ चर्चा की. उन्होंने असम में भविष्य के शहरों और औद्योगिक टाउनशिप के निर्माण के लिए सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर भी चर्चा की.

सीएम सरमा ने आईटीई एजुकेशन सर्विसेज के परिसर का भी दौरा किया और सीईओ सुरेश नटराजन और उनकी टीम से बातचीत की और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उनके विकास के दृष्टिकोण को समझा.

मुख्यमंत्री सरमा ने उनके एयरोस्पेस, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रॉनिक प्रयोगशालाओं का भी जायजा लिया, जो छात्रों को उद्योग-विशिष्ट कौशल सीखने में सक्षम बना रही हैं.

मुख्यमंत्री सरमा ने असम कौशल विश्वविद्यालय और आईटीई के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की अपनी योजना व्यक्त की.

बैठक में असम में विश्व कौशल केंद्र स्थापित करने में आईटीई की विशेषज्ञता का लाभ उठाने के तरीकों पर भी चर्चा की गई.

सीएम सरमा अनुप्रयुक्त एवं स्वास्थ्य विज्ञान, व्यवसाय एवं सेवा, डिजाइन एवं मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईसीटी, इंजीनियरिंग और आतिथ्य एवं पर्यटन के क्षेत्रों में संस्थान द्वारा पेश किए जाने वाले उद्योग-तैयार पाठ्यक्रमों से प्रभावित हुए.

एकेएस/