बैंकॉक, 11 अगस्त . महिलाओं के 80+ किलोग्राम वर्ग में रितिका के गोल्ड मेडल ने बैंकॉक में हुई एशियन अंडर-19 और अंडर-22 बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में भारत के अभियान का शानदार समापन किया, जहां टीम ने दोनों आयु वर्गों में कुल 27 मेडल जीते. 10 दिनों तक चले इस संयुक्त टूर्नामेंट में महाद्वीप के सर्वश्रेष्ठ युवा मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया. भारत अंडर-19 रैंकिंग में दूसरे और अंडर-22 में चौथे स्थान पर रहा.
अंडर-19 टीम ने तीन गोल्ड, सात सिल्वर और चार ब्रॉन्ज सहित कुल 14 मेडल जीते. गोल्ड मेडल के मामले में यह टीम उज्बेकिस्तान (सात) के बाद दूसरे स्थान पर रही. अंडर-22 टीम ने चार सिल्वर मेडल जीतते हुए कुल 13 मेडल के साथ अपने अभियान का समापन किया.
भारत ने 40 मुक्केबाजों का एक मजबूत दल उतारा था. प्रत्येक आयु वर्ग में 20 खिलाड़ी थे, जिनके प्रदर्शन ने एशिया में मुक्केबाजी के क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाया.
Monday का एकमात्र गोल्ड रितिका ने महिलाओं के 80+ किलोग्राम फाइनल में जीता, जहां उन्होंने दबाव में शांत रहते हुए कजाकिस्तान की अस्सेल टोकतास्सिन को शिकस्त दी. मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ रितिका ने सतर्कता और आक्रामकता का संतुलित इस्तेमाल करते हुए निर्णायक पंच लगाए और भारत को अंडर-19 और अंडर-22 एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप का चौथा गोल्ड दिलाया.
महिलाओं के 57 किलोग्राम भारवर्ग में यात्री पटेल को उज्बेकिस्तान की खूमोराबोनू ममाजोनोवा से हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. वहीं, 60 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में प्रिया चीन की यू तियान से हार गईं.
पुरुषों के 75 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में नीरज को उज्बेकिस्तान के शवकातजोन बोल्ताएव ने हराया, जबकि 90+ किलोग्राम वर्ग के गोल्ड मेडल मुकाबले में ईशान कटारिया उज्बेकिस्तान के खलीमजोन ममासोलिएव से हार गए. दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने सिल्वर मेडल हासिल किए.
इसी साल की शुरुआत में भारत की अंडर-15 और अंडर-17 टीमों ने एशियन चैंपियनशिप में कुल 43 मेडल जीते थे, जिसमें अंडर-15 टीम ने प्रतियोगिता में सबसे अधिक 11 गोल्ड मेडल अपने नाम किए. खासतौर पर लड़कियों की टीम ने 15 में से 10 गोल्ड जीतते हुए अपने सभी फाइनल मुकाबले में दबदबा बनाया था.
–
आरएसजी