रांची, 25 फरवरी . ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और चाईनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की घातक गेंदबाजी से भारत ने चौथे टेस्ट के तीसरे दिन रविवार को इंग्लैंड को आखिरी सत्र में दूसरी पारी में 145 रन पर समेट दिया जिससे भारत को यह मैच जीतने के लिए 192 रन का लक्ष्य मिला जिसका पीछा करते हुए भारत ने स्टंप्स तक बिना कोई विकेट खोये 40 रन बना लिए हैं. जीत के लिए भारत को अभी 152 रन की जरूरत है.
कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने लक्ष्य का पीछा करते हुए मजबूत शुरुआत की और आठ ओवर में 40 रन जोड़ डाले. स्टंप्स के समय रोहित 24 और जायसवाल 16 रन बनाकर क्रीज पर थे.
इससे पहले इंग्लैंड की दूसरी पारी में अश्विन ने 15.5 ओवर में 51 रन देकर 5 विकेट झटके, जबकि कुलदीप ने 15 ओवर में 22 रन पर 4 विकेट लिए. लेफ्ट ऑर्म स्पिन रवींद्र जडेजा को 20 ओवर में 56 रन देकर 1 विकेट मिला.
इंग्लैंड की तरफ से ओपनर जैक क्रॉली ने सर्वाधिक 60 रन बनाए जबकि जॉनी बेयरस्टो ने 30 रन का योगदान दिया. बेन डकेट ने 15, जो रूट ने 11 और बेन फोक्स ने 17 रन बनाए. कप्तान बेन स्टोक्स 4 रन बनाकर आउट हुए.
दूसरी पारी में जब इंग्लैंड बल्लेबाज़ी के लिए उतरा तब उसके पास 46 रन की लीड थी जो कि पिच के हिसाब से एक बड़ी लीड प्रतीत हो रही थी. हालांकि अश्विन ने शुरुआत में ही इंग्लैंड को दोहरे झटके दे दिए. रूट का आउट होना विवादास्पद ज़रूर रहा लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने मैच में इंग्लैंड को उठने ही नहीं दिया. इस मैच में इंग्लैंड को जीत दिलाने का दारोमदार एक बार फिर उनके गेंदबाजों पर है लेकिन भारतीय खेमे में भी एक से बढ़कर एक धुरंधर मौजूद है. भारत ने 2014 से अब तक जितनी बार भी 150 से ज़्यादा का स्कोर चेज़ किया है, उसे हार झेलनी पड़ी है जबकि सिर्फ एक बार ही उसे जीत मिल पाई है.
अश्विन के लिए आज का दिन शानदार था. जब पिच कोई चाल नहीं चल रही थी तब उन्होंने नई गेंद से शुरुआत की और तीन बड़े विकेट लिए: इस श्रृंखला में इंग्लैंड के लिए सभी तीन शतकवीर. फिर जब टेस्ट होल्डिंग पैटर्न में प्रवेश कर गया, तो वह कैरम बॉल के साथ बेन फॉक्स को लेने के लिए वापस आये और फिर जेम्स एंडरसन को शून्य पर निपटा दिया. एंडरसन पहली पारी में भी शून्य पर आउट हुए थे.
यह एक ऐसी पारी है जिसमें अश्विन ने भारत में अनिल कुंबले के 350 विकेट और 34 बार पांच विकेट लेने के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया. अब उनके पास 35 बार पांच विकेट हैं, जो एक चौंका देने वाला आंकड़ा है. उन्होंने और कुलदीप यादव ने भारत को मौका दिया है. टेस्ट जीतने के लिए उन्हें 192 रनों की जरूरत है.
अश्विन के इस पंजे के बाद 99 टेस्टों में 506 विकेट हो गए.
इससे पहले भारतीय टीम की पहली पारी सुबह 307 रन पर खत्म हो गई है. लंच से ठीक पहले भारत ने अपना आखिरी विकेट ध्रुव जुरेल के रूप में खोया, जिन्होंने 90 रनों की अहम पारी खेली. इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर 46 रनों की लीड मिली. भारत की पहली पारी में ध्रुव जुरेल ने अपने इंटरनेशनल करियर का पहला अर्धशतक जड़ा. ध्रुव ने अपनी 90 रन की पारी में 147 गेंदों का सामना किया. उन्होंने 6 चौके और 4 छक्के भी जड़े.
इंग्लैंड के लिए शोएब बशीर ने पांच विकेट लिए. जबकि टॉम हार्टले को 3 और एंडरसन को 2 विकेट मिले.
आरआर/