New Delhi, 20 जुलाई केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिस तरह से हम सेमीकंडक्टर बनाने के लिए आवश्यक पूंजीगत उपकरण और सामग्री का निर्माण कर रहे हैं, उससे आने वाले वर्षों में India सेमीकंडक्टर का उत्पादन करने वाले शीर्ष 5 देशों में शामिल हो जाएगा.
सेमीकंडक्टर क्षेत्र में देश की तीव्र प्रगति पर Union Minister ने कहा कि India अब चिप डिजाइन से लेकर निर्माण तक एक संपूर्ण सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का निर्माण कर रहा है, जो देश को इस क्षेत्र में एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने में मदद करेगा.
आईआईटी-हैदराबाद के 14वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए, वैष्णव ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी बताया.
Union Minister ने कहा कि छात्रों ने पहले ही 20 चिपसेट डिजाइन कर लिए हैं, जिनमें से आठ को “टेप आउट” करके निर्माण के लिए भेज दिया गया है.
इन चिपसेट का निर्माण ग्लोबल फाउंड्रीज और मोहाली स्थित Governmentी स्वामित्व वाली सेमी-कंडक्टर लेबोरेटरी (एससीएल) में किया जा रहा है जो 1976 से कार्यरत है.
Union Minister ने कहा कि India द्वारा इस वर्ष अपना पहला व्यावसायिक स्तर का, मेड-इन-इंडिया सेमीकंडक्टर चिप तैयार किए जाने की उम्मीद है.
इस उपलब्धि को Government के India सेमीकंडक्टर मिशन द्वारा सपोर्ट किया जा रहा है, जिसने 270 कॉलेजों और 70 स्टार्टअप्स को उन्नत इलेक्ट्रॉनिक डिजाइन ऑटोमेशन (ईडीए) उपकरण प्रदान किए हैं.
अकेले आईआईटी-हैदराबाद के 700 से अधिक छात्रों ने पिछले छह महीनों में इन उपकरणों का कुल मिलाकर 3,00,000 घंटे उपयोग किया है.
इनोवेशन को और बढ़ावा देने के लिए, Government ने एआईकोष नामक एक ओपन-सोर्स एआई प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है, जो अब 880 डेटासेट और 200 से अधिक एआई मॉडल होस्ट करता है. ये संसाधन देश भर के छात्रों, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स के लिए निःशुल्क उपलब्ध हैं.
वैष्णव ने कहा कि ये प्रयास केवल शोध तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि आर्थिक लाभ में भी तब्दील हो रहे हैं.
Union Minister ने आगे कहा, “India का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 40 अरब डॉलर को पार कर गया है, जो पिछले 11 वर्षों में आठ गुना वृद्धि दर्शाता है.”
उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान देश का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन छह गुना बढ़ा है और दोहरे अंकों की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) हासिल की है.
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एबीएस/