नई दिल्ली, 28 नवंबर . रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित नए पंबन ब्रिज को लेकर दक्षिणी सर्किल के रेलवे के सुरक्षा आयुक्त की टिप्पणियों की रेलवे जांच करेगी. इसके लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है.
रेलवे सुरक्षा आयुक्त की ओर से नए पंबन रेल ब्रिज के निर्माण की योजना से लेकर इसके क्रियान्वयन तक में हुई कुछ खामियों की ओर इशारा किया गया था.
वैष्णव ने बताया कि नया पंबन ब्रिज 2.05 किलोमीटर लंबा 72 मीटर वर्टिकल लिफ्ट स्पैन वाला ब्रिज है. यह देश में अपनी तरह का पहला ब्रिज है. इस स्टील ब्रिज का डिजाइन टीवाईपीएसए इंटरनेशनल कंसल्टेंट द्वारा तैयार किया गया है. इसके डिजाइन में यूरोपीय और भारतीय कोड का इस्तेमाल किया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि इसके डिजाइन की आईआईटी चेन्नई द्वारा प्रूफ जांच की गई है. इसके अलावा रेलवे द्वारा आईआईटी मुंबई से भी अतिरिक्त प्रूफ जांच कराई गई है.
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक डबल प्रूफ जांच के बाद ही ब्रिज के डिजाइन को दक्षिणी रेलवे द्वारा मंजूरी दी गई थी. पुल का निर्माण देश के दो सबसे प्रमुख संस्थानों द्वारा विधिवत जांचे गए एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सलाहकार की डिजाइन के आधार पर किया गया है.
नया पंबन ब्रिज मंडपम को पंबन से जोड़ता है. इससे रामेश्वरम धाम जाने वाले श्रद्धालु आसानी से गंतव्य तक पहुंच सकते हैं. यह पुराने पंबन ब्रिज के ठीक बगल में बना है. इस ब्रिज पर ट्रेन 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. इस ब्रिज की खास बात यह है यह एक वर्टिकल रेलवे ब्रिज है और ट्रेन यातायात न होने के समय ब्रिज के स्लैब को ऊपर उठाकर नीचे से जहाजों का भी आवागमन किया जा सकता है.
नए पंबन ब्रिज पर दो रेल पटरियां बिछाईं गई हैं, जबकि पुराना ब्रिज सिंगल लाइन का है. नए ब्रिज में पिलर की गहराई 35 मीटर है. पुराने ब्रिज में एक सामान्य स्पैन 12 मीटर का है यानी दो पिलर की दूरी 12 मीटर की है जबकि नए ब्रिज में ये दूरी 18 मीटर की रखी गई है.
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एबीएस/जीकेटी