नई दिल्ली, 22 दिसंबर . दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल रविवार को दिल्ली के स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की ओर से आयोजित कला प्रदर्शनी ‘लहर’ को देखने पहुंचे. उन्होंने बच्चों की अद्भुत प्रतिभा को नजदीक से देखा. ‘लहर-2024 कला’, प्रदर्शनी की थीम थी.
यहां छात्रों ने दृश्य कला का प्रदर्शन किया. एक गैलरी में भारतीय परंपराओं से प्रेरित पेंटिंग्स, मूर्तियां, मिनिएचर और ब्लॉक प्रिंटिंग दिखाई गई. वहीं, इंटरएक्टिव स्टॉल्स और लाइव आर्ट के तहत पारंपरिक भारतीय कला तकनीकों के साथ-साथ आधुनिक डिजिटल क्रिएशन्स का प्रदर्शन किया गया. भारतीय शास्त्रीय और पश्चिमी संगीत की लाइव प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में रंग भरा. मीडिया और फिल्म स्टॉल्स में छात्रों की फोटोग्राफी, सिनेमैटोग्राफी और शॉर्ट फिल्म ने उनकी कहानी कहने और तकनीकी कौशल को दिखाया.
इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दस साल पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं तक नहीं थी. आज इन्हीं सरकारी स्कूलों के छात्र संगीत, नृत्य और कला के जरिए अपनी पहचान बना रहे हैं. जब बच्चों को सही माहौल और सुविधाएं मिलती हैं तो उनकी कला और आत्मविश्वास चमत्कार कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि इतिहास, स्मृति और समय के प्रवाह की परतों को आपस में जोड़ना, यह भारतीय कलाओं के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहलुओं पर प्रकाश डालता है. यह छात्रों को अपने आस-पास की छिपी हुई कला की परतों का पता लगाने, संगीत, दृश्य कला, फिल्म निर्माण, अभिनय और मीडिया अध्ययन के माध्यम से अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने के लिए प्रेरित करता है.
चाणक्यपुरी के शंकर चिल्ड्रन ट्रस्ट सेंटर में आयोजित दो दिवसीय कला प्रदर्शनी के आखिरी दिन रविवार को अरविंद केजरीवाल ने दौरा कर बच्चों की कलाकृतियां देखी. उन्होंने बच्चों से बात करके उनके हुनर को सराहा.
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जीसीबी/एबीएम