अरविंद केजरीवाल ने किया रोड शो और नुक्कड़ सभा, बोले – झाड़ू का बटन दबाकर मुझे जेल जाने से रोकना होगा

नई दिल्ली, 18 मई . आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पश्चिमी दिल्ली से इंडिया गठबंधन के ‘आप’ प्रत्याशी महाबल मिश्रा के समर्थन में ताबड़तोड़ नुक्कड़ सभाएं कीं.

उन्होंने नजफगढ़, विकासपुरी, जनकपुरी, हरि नगर और मादीपुर विधानसभा क्षेत्र में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने दिल्ली की महिलाओं को हजार रुपए हर महीना देने की कसम खाई है, लेकिन मोदी जी नहीं चाहते कि ऐसा हो. इसे रोकने के लिए इन्होंने मुझे जेल में डाला. मेरा कसूर ये है कि मैंन दिल्ली में शानदार स्कूल-अस्पताल बनवाए, आपके लिए 24 घंटे व मुफ्त बिजली और इलाज का इंतजाम किया. ये लोग नहीं दे सकते. इसलिए ये हमारे पीछे पड़े हैं और हमारे नेताओं को गिरफ्तार कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि 25 मई को दिल्ली और 1 जून को पंजाब में चुनाव है. इससे पहले ये लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं, कुछ भी कर सकते हैं. “मेरी अपील है कि अगर आप मुझे जेल जाने से रोकना चाहते हैं तो झाड़ू का बटन दबाकर जेल का जवाब वोट देना.”

इस दौरान कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत, प्रत्याशी महाबल मिश्रा व स्थानीय विधायक समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.

सीएम केजरीवाल ने कहा, “अभी थोड़े दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे जेल में डाल दिया था. मैं सीधे जेल से आप लोगों के बीच में आ रहा हूं. जेल में आप लोगों की बहुत याद आती थी. आप सब लोग मेरा परिवार हो. परिवार की याद आती है, दिल्ली के लोगों की अंदर बहुत याद आती थी और ऊपर वाले ने सुन ली. एक दिन मैं जेल की सेल में बैठा था और टीवी चालू किया तो पता चला कि सुप्रीम कोर्ट ने मुझे 21 दिन की जमानत दे दी. ये किसी चमत्कार से कम नहीं था. मेरे ऊपर बजरंग बली की बहुत कृपा है. मैं हनुमान जी को बहुत मानता हूं. बजरंग बली की बहुत कृपा से मुझे 21 दिन की मोहलत मिल गई. भगवान को आपसे मिलवाना था और आज मैं आपके बीच में हूं.”

उन्‍होंने कहा, “मैं मन में सोच रहा था कि मैं छोटा सा आदमी हूं. हमारी छोटी सी पार्टी है और दिल्ली-पंजाब में हमारी सरकार है. ये लोग तो बहुत बड़े हैं, प्रधानमंत्री तो बहुत बड़े हैं. ये हम लोगों के पीछे क्यों पड़े हैं? मुझे जेल में क्यों डाला, मेरा क्या कसूर है? मेरा कसूर ये है कि मैंने आपके बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का इंतजाम किया. मैंने आपके बच्चों के लिए स्कूल बनवाए. ये लोग नहीं बनवा सकते हैं, इसलिए इन्होंने मुझे गिरफ्तार कर लिया, ताकि दिल्ली के स्कूल बंद कर दिए जाएं. मेरा कसूर ये है कि मैंने आप लोगों के इलाज के लिए जगह-जगह मोहल्ला क्लीनिक खोल दिए, अस्पताल बनवा दिए, आपके लिए फ्री इलाज का इंतजाम कर दिया. ये लोग ऐसा नहीं कर सकते, इसलिए ये कहते हैं कि केजरीवाल के अस्पताल बंद करो, केजरीवाल को गिरफ्तार करो.

केजरीवाल ने कहा, “मैंने दिल्ली के 2.52 करोड़ लोगों के लिए सारी दवाइयां और इलाज मुफ्त कर दिया, लेकिन जब मैं तिहाड़ गया तो 15 दिन तक इन लोगों ने मेरी दवा बंद कर दी. मैं शुगर का मरीज हूं, 20 साल से मेरी शुगर बहुत हाई रहती है. मैं 10 साल से रोजाना 52 यूनिट इंसुलिन का इंजेक्शन ले रहा हूं. रोजाना मेरे पेट में 4 बार इंजेक्शन लगता है. इंसुलिन बंद करने से मेरी शुगर 300-350 तक पहुंच गई थी. अगर आदमी की शुगर ज्यादा दिन तक बढ़ी रह जाए तो उसका लीवर और किडनी खराब हो जाता है. मैंने इनसे कई बार कहा कि मेरी इंसुलिन दे दो. जब आप लोगों ने और मीडिया ने बाहर आवाज उठाई, तब जाकर इन लोगों ने मेरी इंसुलिन शुरू की.”

उन्‍होंने कहा, “पहले दिल्ली में 10-10 घंटे तक लंबे पावर कट लगते थे. मैंने दिल्ली मे 24 घंटे बिजली का इंतजाम किया, इन्होंने मुझे गिरफ्तार किया, क्योंकि मैंने आपकी बिजली फ्री कर दी. ये नहीं चाहते थे कि दिल्लीवालों की बिजली फ्री हो. ये आपकी बिजली बंद करना चाहते हैं, इसलिए इन्होंने मुझे गिरफ्तार किया. इन्होंने मुझे गिरफ्तार किया, क्योंकि मैंने कसम खाई है कि दिल्ली की हर महिला के अकाउंट में हर महीने 1000-1000 रुपए डालूंगा. आपके अकाउंट में 1000-1000 रुपए डालने के लिए मैं आ गया हूं. ये नहीं चाहते कि दिल्ली की महिलाओं को हर महीने 1000 रुपए मिलें, इसलिए इन्होंने मुझे जेल में डाल दिया.”

सीएम ने कहा, “अब ये कह रहे हैं कि 2 जून को अरविंद केजरीवाल को फिर जेल जाना पड़ेगा. मैं जेल जाऊंगा या नहीं जाऊंगा, ये अब आपके हाथ में है. जो लोग चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल जेल जाए, वो कमल का बटन दबा देना, लेकिन जो लोग चाहते हैं कि हमारा बेटा अरविंद केजरीवाल हमारे बीच में रहे वो झाडू का बटन दबा देना. इस बार वोट इस बात पर पड़ेगा कि क्‍या आप केजरीवाल को जेल भेजना चाहते हो? अगर आप झाडू का बटन दबाओगे तो केजरीवाल आजाद घूमेगा. अगर आप कमल का बटन दबाओगे तो केजरीवाल को दोबारा जोल जाना पड़ेगा.”

पीकेटी/एसजीके