मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करना हमारा संकल्प : अरुण साव

बेमेतरा, 29 मार्च . छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया गया. इस मुठभेड़ में 17 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.

सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं, जिनमें एके-47, एसएलआर, इनसास राइफल, और रॉकेट लांचर शामिल हैं. ऑपरेशन में डीआरजी के दो जवान भी घायल हुए हैं.

सुकमा मुठभेड़ को लेकर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संकल्प मार्च 2026 तक देश से सशस्त्र नक्सलवाद को खत्म करना है और हमारे सुरक्षा बल उसी दिशा में काम कर रहे हैं. जिस बहादुरी और साहस के साथ हमारे सुरक्षा बल काम कर रहे हैं, हम दिए गए समय में नक्सलवाद को खत्म कर देंगे.

सुरक्षा बलों के इस सफल अभियान की तारीफ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी की है. उन्होंने इसे नक्सलवाद के खात्मे की ओर बढ़ता कदम बताया है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “नक्सलवाद के नासूर को खत्म करने की दिशा में छत्तीसगढ़ के बढ़ते कदम. सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र के उपमपल्ली में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ आज जारी मुठभेड़ में अब तक 16 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. मुठभेड़ में डीआरजी के दो जवानों के घायल होने की खबर है. ईश्वर से शीघ्रातिशीघ्र उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”

सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के प्रमुख लीडर जगदीश उर्फ बुधरा को मार गिराया. जगदीश उर्फ बुधरा दरभा डिवीजन का इंचार्ज था और उसके ऊपर 25 लाख रुपये का इनाम था. वह सुकमा जिले के ग्राम पिट्टेडब्बा, थाना कूकानार, और ग्राम पाउरगुडेम, थाना पामेड़ का निवासी था. लगभग 40 साल की उम्र में बुधरा नक्सली संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था. वह झीरम हत्याकांड में भी शामिल था, जो एक बड़ा राजनीतिक हिंसा का मामला था. इसके अलावा, वह 2023 में सुकमा जिले के अरणपुर में हुई उस घटना का भी हिस्सा था, जिसमें डीआरजी (डिस्ट्रीक्ट रिजर्व गार्ड) के जवान शहीद हो गए थे.

यह मुठभेड़ सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि बुधरा जैसे बड़े नक्सली नेता का मारा जाना सुरक्षाबलों की नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक अहम कदम है.

एकेएस/एकेजे