‘ऑपरेशन सिंदूर’ आतंकवाद के खिलाफ देश की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर : अरुण साहू

भुवनेश्वर, 12 मई . बीजू जनता दल (बीजेडी) के वरिष्ठ नेता और विधायक अरुण साहू ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिए जाने की सराहना की और इसे सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ देश की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया.

विधायक अरुण साहू ने पाकिस्तानी क्षेत्र में सटीक और साहसिक कार्रवाई करने के लिए सशस्त्र बलों की प्रशंसा की. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पहली बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर एक सटीक ऑपरेशन किया है, जिसमें सीधे आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया है. यह निस्संदेह एक बड़ी उपलब्धि है. इस तरह की साहसिक सैन्य कार्रवाई आतंकवाद को सहायता देने वाली ताकतों को एक कड़ा संदेश देती है और भविष्य में इसे और अधिक तीव्रता के साथ जारी रखना चाहिए. हमें इस रणनीतिक कदम के लिए अपने सशस्त्र बलों की सराहना करनी चाहिए. आतंकवाद को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी तरह का समर्थन मिलने पर और भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. भारत ने इस ऑपरेशन के जरिए स्पष्ट सफलता हासिल की है.

साहू ने कहा, “मीडिया को जानकारी देने से लेकर युद्धविराम की घोषणा तक, हमारे रक्षा बलों द्वारा हर चीज को पारदर्शी तरीके से हैंडल किया गया. युद्धविराम का अनुरोध पाकिस्तान ने किया था, भारत ने नहीं. आतंकी शिविरों को नष्ट करके भारत ने साफतौर पर संदेश दे दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी. युद्धविराम का मतलब समझौता नहीं है. भारत भविष्य में किसी भी उकसावे का जवाब देने के लिए तैयार है. ऑपरेशन किसी समझौते के साथ समाप्त नहीं हुआ है, केवल एक अस्थायी युद्धविराम है. यदि आवश्यक हो तो भारत को फिर से निर्णायक रूप से जवाब देना चाहिए. हमारी सेनाएं तैयार हैं और पूरा देश उनके पीछे खड़ा है.”

उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारा ध्यान राष्ट्रीय सुरक्षा पर होना चाहिए, न कि राजनीतिक दोषारोपण पर. हमें एकजुटता के साथ सैनिकों का साथ देना चाहिए. इस संघर्ष विराम को लेकर बहुत ज्यादा अनावश्यक राजनीति की जा रही है. अंतर्राष्ट्रीय नेताओं की टिप्पणियों और देश के भीतर से राजनीतिक बयानों से हमारी सेना की सफलता को कम नहीं आंकना चाहिए. हमें अपनी सेना की हिम्मत को सलाम करना चाहिए. हमारी पार्टी भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़ी है. हम देशहित में उठाए गए हर कदम का समर्थन करते हैं.

एकेएस/एकेजे