कांग्रेस को मुगालता कि त्योहार उसने बनाये : अरुण साव

रायपुर, 3 अगस्त . छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने शनिवार को कांग्रेस पर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मुगालता हो गया है कि त्योहार उसने बनाये हैं.

अरुण साव ने मीडिया को बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन के रायपुर दौरे की जानकारी देते समय यह बात कही. उन्होंने कहा कि नितिन नबीन यहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. इसमें सरकार की आगामी योजनाओं और कार्यों पर चर्चा होगी.

इसी दौरान डिप्टी सीएम ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “कांग्रेस को लगता है कि त्योहार मनाने की परंपरा उनकी ओर से शुरू की गई है. छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार सैकड़ों साल से लोग परंपरागत रूप से मनाते रहे हैं.”

साव ने कहा, “हम इन परंपराओं का निर्वहन कर रहे हैं. कांग्रेस को इस बात का भ्रम नहीं होना चाहिए कि तीज-त्योहार का आयोजन उन्होंने किया है. हम लोग स्वप्रेरणा से हरेली तिहार का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं.”

डिप्टी सीएम ने ट्रेन रद्द होने को लेकर कांग्रेस के विरोध पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि रेलवे के विकास के लिए अनेक कार्य चल रहे हैं. विकास कार्यों के लिए आकस्मिक रूप से रेलवे का परिचालन अवरुद्ध होता है. हम लगातार रेलवे के संपर्क में हैं. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो.

उन्होंने कहा कि ट्रेनों के विकास कार्य के कारण अस्थायी रूप से रुकावट उत्पन्न होती है. हमने रेलवे से आग्रह किया है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो. इसे ध्यान में रखकर ट्रेनों को रद्द किया जाएगा.

डिप्टी सीएम ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि भाजपा अन्नदाता का हमेशा ध्यान रखती है. हमारी सरकार किसानों के हित, तरक्की और खुशहाली के लिए लगातार कार्य कर रही है. अनेक योजनाओं और कार्यों के लिए हम प्रतिबद्ध हैं.

मानसून में जलभराव की समस्या पर अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए अच्छी बारिश बेहद जरूरी है. किसानों के लिए यह लाभकारी होगा. अन्नदाता को अच्छी फसल मिलेगी. बारिश होने से जलभराव की समस्या भी हो रही है. सरकार की तरफ से तैयारियां की गई हैं. अधिकारियों को निर्देश भी दिया गया है.

दरअसल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी चीफ दीपक बैज ने हरेली तिहार उत्सव मनाने की मां की थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सभी तीज-त्योहारों को सम्मान दिया है. पहले की तरह उत्साह के साथ सभी तीज-त्योहार मनाये जाएं.

उल्लेखनीय है कि हरेली तिहार से ही राज्य में खेती-किसानी की शुरुआत होती है. ग्रामीण क्षेत्रों में यह त्योहार परंपरागत रूप से बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस खास दिन पर कृषि यंत्रों के अलावा घरों में माटी पूजन भी की जाती है.

एसएम/एकेजे