टेलीग्राम के सीईओ की गिरफ्तारी बुनियादी मानवाधिकारों पर हमला : एडवर्ड स्नोडेन

सैन फ्रांसिस्को, 25 अगस्त . अमेरिकी एनएसए द्वारा की जा रही जासूसी का मामला प्रकाश में लाने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने टेलीग्राम के संस्थापक पावेल दुरोव का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी गिरफ्तारी अभिव्यक्ति और संगठन के बुनियादी मानवाधिकारों पर हमला है.

पिछले साल रूसी नागरिकता प्राप्त करने वाले स्नोडेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इस कदम ने न केवल फ्रांस, बल्कि दुनिया को नीचा दिखाया है.

एडवर्ड स्नोडेन ने पोस्ट किया, ”पावेल दुरोव की गिरफ्तारी मानवाधिकारों का उल्लंघन है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति (इमैनुएल) मैक्रों का यह कदम निंदनीय है, जो न केवल फ्रांस की प्रतिष्ठा को बल्कि पूरी दुनिया की मानवाधिकारों की स्थिति को कमजोर बनाता है.”

स्थानीय मीडिया के अनुसार, दुरोव को फ्रांस के बॉर्गेट हवाई अड्डे पर उनके निजी जेट के उतरने के बाद हिरासत में लिया गया था. उनचालीस वर्षीय अरबपति को लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप से संबंधित अपराधों के लिए वारंट के तहत गिरफ्तार किया गया था.

उन्होंने 2013 में टेलीग्राम की स्थापना की और अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विपक्षी समुदायों को बंद करने की सरकारी मांगों का पालन करने से इनकार करने के बाद 2014 में रूस छोड़ दिया.

दुबई में रहने वाले अरबपति के पास फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दोहरी नागरिकता है.

दुरोव 25 अगस्त तक दुनिया में 120वां सबसे अमीर व्यक्ति था. उन्हें 2022 में फोर्ब्स पत्रिका द्वारा संयुक्त अरब अमीरात में सबसे अमीर प्रवासी के रूप में मान्यता दी गई थी.

रविवार को उनके कोर्ट में पेश होने की उम्मीद है. अगर उन्हें दोषी ठहराया जाता है तो उन्हें 20 साल तक की जेल हो सकती है.

टेलीग्राम ने इस घटनाक्रम पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. फ्रांस में रूस का दूतावास “स्थिति को स्पष्ट करने के लिए तत्काल कदम उठा रहा है.”

टेलीग्राम एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग की सुविधा देता है और उपयोगकर्ता अपने फॉलोअर्स तक सूचना को तेजी से प्रसारित करने के लिए चैनल भी सेट कर सकते हैं.

एमकेएस/एकेजे