ग्रेटर नोएडा, 4 अगस्त . ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोमार्ट में आयोजित आरोग्य फेस्ट 2025, एल्डरकेयर इंडिया एक्सपो और आयुरयोग एक्सपो का तीन दिवसीय आयोजन Monday को संपन्न हुआ.
कार्यक्रम के अंतिम दिन केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
इस अवसर पर उन्होंने आयुर्वेद को जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील की और मेडिटेशन को ढाई हजार साल पुरानी भारतीय विरासत बताया.
उन्होंने कहा, “यदि आप प्रतिदिन आयुर्वेद अपनाते हैं, तो बीमारी खुद शरीर से दूर भागेगी. आयुर्वेद और योग केवल उपचार नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवन का मार्ग हैं. भारत आज प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ विजन के साथ आगे बढ़ रहा है और उसमें एल्डरकेयर (वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल) एक अहम हिस्सा होना चाहिए.”
इस मेगा एक्सपो में दुनियाभर के हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स, नीति निर्माता, इनोवेटर्स और सांस्कृतिक दूतों ने भाग लिया. इसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्मार्ट लिविंग, डिजिटल हेल्थ, रिहैबिलिटेशन और इमोशनल वेलबीइंग से जुड़े अत्याधुनिक समाधानों को प्रदर्शित किया गया.
कार्यक्रम के दौरान जब राहुल गांधी के “इंडियन इकॉनमी इस डेड इकॉनमी” वाले बयान पर सवाल किया गया, तो केंद्रीय राज्यमंत्री आठवले ने तीखा जवाब देते हुए कहा, “इंडियन इकॉनमी डेड नहीं है, बल्कि जो ऐसा कह रहा है, उसका हेड डेड हो गया है.”
उन्होंने झारखंड के वरिष्ठ आदिवासी नेता शिबू सोरेन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा, “मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. वे आदिवासियों के लिए हमेशा संघर्ष करने वाले नेता थे. झारखंड राज्य को अलग पहचान दिलाने में उनकी बड़ी भूमिका रही. मेरे उनके साथ बहुत अच्छे संबंध रहे.”
आठवले ने शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड के “सनातन कोई धर्म नहीं है” वाले बयान पर कहा कि सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए. उन्होंने कहा, “बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने कभी किसी धर्म का अपमान नहीं किया, ऐसे में किसी को भी आरोप-प्रत्यारोप से बचना चाहिए. यह विषय सनातन या हिंदू धर्म का नहीं, बल्कि आपसी सम्मान का है.”
–
पीकेटी/एबीएम