New Delhi, 15 सितंबर . Maharashtra के बीड जिले की आष्टी तहसील में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण 5–6 गांव पूरी तरह से जलमग्न हैं. ऐसे में भारतीय सेना लोगों की मदद के लिए आगे आई है. घाटपिंपरी और उसके आसपास के कई गांवों में हालात खराब हैं. पानी बढ़ने से गांवों के बीच और बाहर जाने के सभी रास्ते बंद हो गए हैं. बीड जिला कलेक्टर के अनुरोध पर सेना ने राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है.
प्रभावित गांवों में लगभग 25 से 30 लोग अभी भी फंसे हुए हैं. फंसे लोगों को तत्काल सुरक्षित निकालने की आवश्यकता है. ऐसे में राहत एवं बचाव कार्य को अंजाम देने के लिए नासिक से एक एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर और दो चेतक हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं. मौसम की स्थिति अनुकूल रहने पर ये हेलिकॉप्टर हवाई फंसे हुए लोगों की सुरक्षित निकासी में मदद कर रहे हैं. इसके अलावा, अहमदनगर से एक फ्लड रिलीफ कॉलम भी रवाना किया गया है.
सेना के मुताबिक, बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप की इंजीनियर टास्क फोर्स भी इस अभियान में शामिल होगी, जो विशेष तकनीकी एवं इंजीनियरिंग सहयोग प्रदान करेगी. भारतीय सेना ने आश्वस्त किया है कि संकट की इस घड़ी में वह नागरिक प्रशासन और स्थानीय जनता को हरसंभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है. देश के अनेक हिस्से इस वर्ष भयंकर बाढ़ से प्रभावित हैं; ऐसे कठिन समय में भारतीय सेना ने आपदा में फंसे आम देशवासियों की तरह मदद का हाथ बढ़ाया है.
जानकारी के अनुसार, सेना ने इस साल अभी तक बाढ़ में फंसे 21 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित बचाया है. यही नहीं, देश भर के अलग-अलग बाढ़ प्रभावित इलाकों में हजारों लोगों को सेना द्वारा उपचार भी मुहैया कराया जा रहा है. सैकड़ों घंटे की हेलीकॉप्टर उड़ानों से हजारों बाढ़ पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा चुकी है. बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए पंजाब में सेना ने अब तक करीब 10 हजार लोगों को बचाया है.
गौरतलब है कि पंजाब इस वर्ष भयंकर बाढ़ का सामना कर रहा है और राज्य के अधिकांश जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. सेना ने आम नागरिकों के साथ-साथ अग्रिम चौकियों पर तैनात लगभग 500 सुरक्षा बल कर्मियों को भी सुरक्षित निकाला है. भारतीय सेना की कुल 126 रेस्क्यू कॉलम्स (बड़ी टीमों) को देश भर में राहत कार्यों में लगाया गया है.
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जीसीबी/पीएसके