येरेवान, 19 सितंबर . आर्मेनियाई प्रधानमंत्री निकोल पशिन्यान ने कहा कि यदि अवसर मिला तो उनका देश यूरोपीय संघ में शामिल होने का मौका नहीं छोड़ेगा.
पशिन्यान ने कहा कि हम अपनी लोकतांत्रिक रणनीतियों के कारण यूरोपीय संघ से लेकर अमेरिका और अन्य पश्चिमी सहयोगियों के साथ रिश्तों को गहरा करना चाहते हैं.
हालांकि, उन्होंने कहा कि आर्मेनिया को अपने लोकतांत्रिक मूल्यों को अपनी क्षेत्रीय कूटनीति के विरोध में नहीं रखना चाहिए.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक आर्मेनियाई प्रधानमंत्री ने कहा, “ईयू को लेकर हमारी कार्रवाई पारदर्शी होनी चाहिए, यही बात हमारे यूरोपीय भागीदारों के इरादे पर भी लागू होती है. यदि ईयू में शामिल होने का कोई ठोस अवसर मिला और हम इससे जुड़े जोखिमों को मैनेज करने की स्थिति में हुए, तो हम निश्चित रूप से इसका लाभ उठाएंगे.”
यूरोपीय संघ (ईयू) 27 सदस्य देशों का एक राजनीतिक और आर्थिक संघ है. ईयू का गठन यूरोप के देशों को एक साथ लाने के लिए किया गया था.
ईयू अपने सदस्य देशों को व्यापार, सुरक्षा और नागरिकों के अधिकारों जैसे मुद्दों पर मदद करता है.
2013 तक समूह में 28 सदस्य देश थे. हालांकि, 2016 में, एक सदस्य- यूनाइटेड किंगडम- ने ईयू छोड़ने के लिए मतदान किया.
ब्रिटेन ने आधिकारिक तौर पर 31 जनवरी, 2020 को संघ छोड़ दिया.
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एमके/एबीएम