नई दिल्ली, 3 सितंबर . भारतीय सेना की सूर्या कमांड ‘सशस्त्र बल महोत्सव’ आयोजित कर रहा है. तीन दिवसीय महोत्सव मंगलवार को लखनऊ छावनी के सूर्या खेल परिसर में शुरू हुआ है. यहां आत्मानिर्भर भारत के हिस्से के रूप में विकसित नवीनतम सैन्य उपकरणों जैसे टैंक, हेलीकॉप्टर, तोपखाने, बंदूकों आदि का शानदार प्रदर्शन किया गया. यह भारतीय सेना की ताकत का प्रदर्शन करते हैं.
यहां टी-90 टैंक भी प्रदर्शित किया गया. यह भारतीय सेना का मुख्य युद्धक टैंक है. इसके अलावा ‘के-9’ वज्र स्व-चालित तोपखाना बंदूक, हथियार का पता लगाने वाला रडार (डब्ल्यूएलआर) स्वाति, सर्वत्र ब्रिज सिस्टम, काउंटर आईईडी उपकरण, एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर और एलसीएच प्रचंड हेलीकॉप्टर के मॉडल भी शामिल रहे.
उद्घाटन समारोह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में शुरू हुआ. लाइव डिस्प्ले में अत्याधुनिक उपकरणों की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया. विशेष बलों द्वारा पैरा ड्रॉप और कॉम्बैट प्रदर्शन, हेलीकॉप्टरों द्वारा सैनिकों को निकालना, पैरा मोटर्स और माइक्रोलाइट फ्लाइंग, हॉर्स एंड डॉग शो और ऐसे कई अन्य सैन्य प्रदर्शन किए गए.
नौसेना मंडप के हिस्से के रूप में त्रि-आयामी नौसेना क्षमताओं, आत्मनिर्भरता और हाल के नवाचारों को प्रदर्शित करने वाले विभिन्न स्टॉल और डिस्प्ले लगाए गए थे. स्टॉल में मैरीटाइम हिस्ट्री सोसाइटी द्वारा नौसेना का इतिहास, जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों के विभिन्न मॉडल रखे गए थे.
नौसेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले गोताखोरी उपकरण, नौसेना के दिग्गजों के लिए आउटरीच कार्यक्रम, रिमोट सिस्टम, विभिन्न नवीनतम संचार और स्वदेशी प्रणाली भी यहां रखी गई थी. भारतीय वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमानों द्वारा फ्लाइपास्ट किया गया.
भारतीय वायु सेना के स्टॉलों में उन्नत विमान मॉडल, सिम्युलेशन डिस्प्ले और सूचना पैनल सहित इंटरैक्टिव प्रदर्शनियों की एक श्रृंखला प्रदर्शित की गई. यह श्रृंखला वायु सेना की उपलब्धियों, चल रहे मिशनों और भविष्य की आकांक्षाओं पर प्रकाश डालती हैं. यहां फ्लाइंग सिम्युलेटर और हथियार ड्रिल से जुड़ा प्रदर्शन भी किया गया. सूचनात्मक काउंटरों की एक श्रृंखला भी प्रदर्शित की गई, जो संसाधन, सहायता और नेटवर्किंग अवसर प्रदान करते हैं.
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जीसीबी/एबीएम