गोड्डा, 17 अगस्त . झारखंड के पूर्व Chief Minister और पूर्व केंद्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा ने गोड्डा निवासी सूर्या हांसदा के कथित तौर पर पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है.
मुंडा Sunday को प्रदेश भाजपा की सात सदस्यीय टीम के साथ सूर्या हांसदा के गांव डकैता पहुंचे और उनके परिजनों से मुलाकात पर घटनाक्रम की जानकारी ली.
मीडिया से बात करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा कि 10 अगस्त को सूर्या हांसदा को गिरफ्तार किया गया और 11 अगस्त को पुलिस ने एनकाउंटर में मारे जाने की कहानी प्लांट कर दी.
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना कोर्ट वारंट और उचित प्रक्रिया के सूर्या को गिरफ्तार कर एनकाउंटर में मार दिया. पूरा मामला गोड्डा पुलिस की गहरी साजिश का हिस्सा प्रतीत होता है.
गोड्डा पुलिस ने 11 अगस्त को बोआरीजोर थाना क्षेत्र के धमनी पहाड़ के पास मुठभेड़ में सूर्या हांसदा के मारे जाने का दावा किया था.
पुलिस के अनुसार, सूर्या पर कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे और वह फरार चल रहा था. गिरफ्तारी के दौरान उनके साथी पुलिस पर हमला करने की कोशिश करने लगे, जिससे मुठभेड़ हुई और सूर्या मारा गया.
पूर्व Chief Minister ने कहा कि परिवार और स्थानीय लोगों से बातचीत से यह सच्चाई सामने आ गई है कि सूर्या हांसदा के मुठभेड़ में मारे जाने की पुलिस की कहानी में कई झोल हैं.
उन्होंने कहा कि सूर्या पर कुल 25 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें से 14 फर्जी मामलों में अदालत से मुक्त कर दिया गया था. ज्यादातर मामलों में उन पर पुलिस ने झूठे केस किए.
मुंडा ने सूर्या हांसदा को सामाजिक तौर पर जिम्मेदार शख्स बताते हुए कहा कि उन्होंने गरीब और असहाय बच्चों के लिए स्कूल खोला था और करीब 350 बच्चों को पढ़ाते थे. सूर्या हांसदा बोरियो विधानसभा क्षेत्र से एक बार भाजपा, दो बार झारखंड विकास मोर्चा और एक बार झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे.
सूर्या हांसदा के परिजनों से मिलने गांव पहुंची भाजपा की टीम में पूर्व मंत्री अमर बाउरी, पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही, रणधीर सिंह, दुमका के पूर्व सांसद सुनील सोरेन, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक अमित मंडल तथा अनिता सोरेन शामिल थे.
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पार्टी इस मामले को लेकर बड़ा आंदोलन करेगी और न्याय सुनिश्चित कराने तक पीछे नहीं हटेगी. उन्होंने सूर्या हांसदा का शव कब्र से निकालकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने की भी मांग की.
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एसएनसी/एबीएम