नस्लवादी नारे मामले में मेसी से माफी की मांग करने पर अर्जेंटीना का खेल अवर सचिव बर्खास्त

ब्यूनस आयर्स, 18 जुलाई . अर्जेंटीना ने खेल के अवर सचिव जूलियो गैरो को गुरुवार को बर्खास्त कर दिया है, क्योंकि उन्होंने अपनी टीम की कोपा अमेरिका जीत के जश्न के दौरान कथित नस्लवादी नारे लगाने के लिए राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कप्तान लियोनेल मेसी से माफी की मांग की थी.

अर्जेंटीना की कोपा अमेरिका खिताब जीत के बाद, एंज़ो फर्नांडीज द्वारा इंस्टाग्राम पर साझा किये गए टीम बस में उनके जश्न का एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें खिलाड़ियों को फ्रांसीसी खिलाड़ियों के अफ्रीकी मूल का मजाक उड़ाते हुए सुना गया.

हालांकि, फर्नांडीज ने बाद में सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा कि वह “हमारे जश्न के उत्साह में फंस गए थे.”

उन्होंने कहा, “गाने में बेहद आपत्तिजनक भाषा शामिल है और इन शब्दों के लिए बिल्कुल भी कोई बहाना नहीं है.”

इसके अलावा, वीडियो वायरल होने के बाद खेल अवर सचिव ने मेसी और अर्जेंटीना फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष क्लाउडियो फैबियन तापिया से माफी की मांग की.

गैरो ने बुधवार को रेडियो स्टेशन अर्बाना प्ले को बताया, “मुझे लगता है कि मेसी को सामने आना चाहिए और उचित माफी मांगनी चाहिए, जैसा कि अर्जेंटीना फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष (क्लाउडियो ‘चिक्की’ तापिया) को करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि वीडियो “अर्जेंटीना की एक देश के रूप में खराब छवि पेश करता है.”

अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के कार्यालय ने गुरुवार को एक्स पर पोस्ट किया कि गैरो को उनके पद से हटा दिया गया है.

‘ओफिसिना डेल प्रेसीडेंट के खाते ने एक्स पर लिखा, “कोई भी सरकार यह नहीं बता सकती कि अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम, विश्व चैंपियन और दो बार के अमेरिकी चैंपियन, या किसी अन्य नागरिक पर क्या टिप्पणी करनी है, क्या सोचना है या क्या करना है. इस कारण से, जूलियो गैरो देश में खेल के अवर सचिव नहीं रह गए हैं.”

हालाँकि, फीफा उस वीडियो की जांच कर रहा है जो फ्रांसीसी फुटबॉल महासंघ (एफएफएफ) द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो को “नस्लवादी और भेदभावपूर्ण” कहने के बाद वायरल हो रहा है.

फीफा के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “फीफा को सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे एक वीडियो की जानकारी है और इस घटना की जांच की जा रही है.” “फीफा खिलाड़ियों, प्रशंसकों और अधिकारियों सहित किसी के भी द्वारा किसी भी प्रकार के भेदभाव की कड़ी निंदा करता है.”

आरआर/