जोहान्सबर्ग, 6 जनवरी . स्टील उत्पादक कंपनी आर्सेलर मित्तल साउथ अफ्रीका लिमिटेड ने सोमवार को ऐलान किया कि वह देश में घाटे में चल रहे अपने लॉन्ग स्टील कारोबार को बंद कर रही है. इस कदम से लगभग 3,500 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां प्रभावित होने की संभावना है.
लंबे समय से कमजोर आर्थिक स्थिति, लॉजिस्टिक्स और ऊर्जा चुनौतियों और चीन से सस्ते स्टील आयात के चलते कंपनी द्वारा नवंबर से ही परिचालन बंद करने की योजना बनाई जा रही थी.
आर्सेलर मित्तल के इस ऐलान के बाद, कंपनी के शेयरों में 15 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली.
बयान में कहा गया कि कंपनी एक ऐसे बिंदु पर है, जहां आगे कोई भी देरी कंपनी की स्थिरता को प्रभावित कर सकती है और इस कारण दक्षिण अफ्रीका में लॉन्ग स्टील का उत्पादन बंद करने के निर्णय को और आगे नहीं टाला जा सकता है. आर्सेलर मित्तल साउथ अफ्रीका के बोर्ड और प्रबंधन का यह नैतिक और कानूनी कर्तव्य है कि वे यह सुनिश्चित करें कि समग्र व्यवसाय लंबी अवधि में टिकाऊ बना रहे.
बयान में आगे कहा गया कि कंपनी सरकार और अन्य पक्षकारों से मिले समर्थन की सराहना करती है और इसे रोकने के लिए उठाए गए इनिशिएटिव में कुछ प्रगति भी हुई है, लेकिन ये पर्याप्त नहीं हैं.
आर्सेलर मित्तल साउथ अफ्रीका ने कहा कि लगातार उच्च लॉजिस्टिक्स और ऊर्जा लागत, अपर्याप्त नीतिगत हस्तक्षेपों (विशेष रूप से कुछ समय पहले किए गए नीतिगत निर्णयों) से स्क्रैप-आधारित स्टीलमेकिंग संचालन को पर्याप्त सब्सिडी देने से संबंधित न्यूकैसल वर्क्स को नुकसान पहुंचा है. इससे लॉन्ग्स स्टील बिजनेस अस्थिर हो गया है.
कंपनी ने कहा कि सभी प्रयासों के बावजूद, मांगी गए इनिशिएटिव्स का पैकेज उस स्तर तक नहीं पहुंच पाया है जो लॉन्ग्स बिजनेस में कंपनी द्वारा अनुभव की जा रही संरचनात्मक समस्याओं को दूर कर सके.
वर्ष के अंत तक, कंपनी के पास लॉन्ग्स बिजनेस को बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
कंपनी ने आगे कहा कि वैश्विक स्टील की मांग और कीमतों पर गंभीर दबाव के कारण 2024 की चौथी तिमाही में बाजार की स्थिति खराब हो गई है, जिसने पूरे आर्सेलर मित्तल के साउथ अफ्रीका व्यवसाय के वित्तीय प्रदर्शन को नुकसान पहुंचाया.
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एबीएस/एबीएम