लखनऊ, 19 फरवरी . उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र और महाकुंभ को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी द्वारा दिए गए बयान पर कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी. महाकुंभ को सनातन धर्म का समागम बताते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि इस पर सवाल उठाना उचित नहीं है.
आराधना मिश्रा ने बुधवार को से बात करते हुए कहा कि महाकुंभ सनातन धर्म का सबसे बड़ा समागम है. यह हम सबकी विश्वास और आस्था से जुड़ा हुआ है. दुखद घटना हुई, जिसमें सरकारी आंकड़ों के अनुसार तीस लोगों की मौत हुई है, इस पर हम सबकी संवेदना है, लेकिन इतने बड़े समागम पर सवाल उठाना सही नहीं है.
महाकुंभ को एक धार्मिक आस्था से जुड़ा आयोजन बताते हुए आराधना मिश्रा ने कहा कि इस तरह के समागमों को लेकर कोई भी नकारात्मक बयान देना न केवल अनुचित है, बल्कि यह लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है. इतने बड़े समागम में लाखों लोग शामिल होते हैं, जो सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है, उस पर सवाल उठाना न केवल गलत है, बल्कि यह समाज में अस्थिरता उत्पन्न करने वाला है.
वहीं, यूपी विधानसभा के बजट सत्र और सत्र के पहले दिन उर्दू भाषा को लेकर हुई जोरदार बहस पर आराधना मिश्रा ने कहा कि यह संदर्भ जो था, वह विधानसभा के अंदर इस्तेमाल की जाने वाली पांच भाषाओं के प्रावधान से संबंधित था. यह कतई इस बात का संदर्भ नहीं था या चर्चा नहीं थी कि स्कूलों में शिक्षा अंग्रेजी में, हिंदी में, संस्कृत में, या उर्दू में दी जाएगी. इस पर कोई चर्चा ही नहीं थी. मुझे लगता है कि कहीं न कहीं यह पूरा मामला एक एजेंडे के तहत दूसरी दिशा में मोड़ दिया गया.
उन्होंने आगे कहा कि अगर इससे किसी की भी भावनाओं को आहत करती है तो ऐसी भाषा सदन के अंदर नहीं इस्तेमाल होनी चाहिए और उसे निकाल देना चाहिए. वहीं, सदन में आज उठाए जाने वाले मुद्दों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हम सब लोगों ने अपने-अपने विभिन्न नियमों में अपनी बातें रखी हैं. कुंभ पर भी चर्चा का विषय रखा गया है और जैसे-जैसे सदन चलेगा, हमारे मुख्य मुद्दे जैसे कि किसानों के, नौजवानों की, बेरोजगारी का, और महंगाई के, इन सभी मुद्दों पर चर्चा होगी.
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पीएसके/केआर